आभा शुक्ला
AK 47, टाइम बम, आरडीएक्स के ज़माने में जो व्यक्ति दरांती लेकर गोरखनाथ मंदिर परिसर में घुसा था, उसे तो आपने आतंकवादी मान लिया….
लेकिन ये जो तलवार, फरसा, कुल्हाड़ी और त्रिशूल लहराते मस्जिदों में, वो भी पुलिस की मौजूदगी में गाजे बाजे के साथ घुस रहे हैं, इनको ऐसा कौन सा विशेषाधिकार प्राप्त है, जो केस तो दूर इन्हें रोका तक नहीं जा रहा है ….!
जो सुलूक मुर्तजा के साथ हो रहा है वही सुलूक इनके साथ क्यों नहीं हो रहा…? इन्हें कौन से विशेषाधिकार प्राप्त हैं…? ये भी तो लगातार हमले कर रहे हैं न हथियारों के साथ…!
#सोनीपत
#मस्जिद_अटैक
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आज आप जो साएनाइड की फ़सल बो रहे हैं न…वो एक दिन आपको ही काटनी होगी…!
उल्टा किसको लटकाएंगे अमित शाह जी ?
फासीवादी व्यवस्था को भारत में स्थायित्व प्रदान करने के लिए धर्म और छद्म राष्ट्रवाद से बेहतर और क्या हो सकता है ?
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