Home कविताएं हमको नन्दू राष्ट्र बनाना है…

हमको नन्दू राष्ट्र बनाना है…

0 second read
0
0
417
हमको नन्दू राष्ट्र बनाना है...
हमको नन्दू राष्ट्र बनाना है…

डूबता होगा गर पश्चिम में
हमको तो दक्षिण में डुबाना है
सबबिधान को बदलो
हमको नन्दू राष्ट्र बनाना है…

कहत फकीर भगवा लपेट के साधो
लकुटिया झोला कटोरा थमाना है
हटट्टे कट्टे जवान छोकरे होकर
बूढ़ी से घर-घर बर्तन मन्जवाना है !

सबबिधान को बदलो
हमको नन्दू राष्ट्र बनाना है…

मोरनी प्रेग्नेंट हो आंसू से
मुर्गों से अंडे दिलवाना है
खुद अपनी छोड़ के भागे
जनता से चार जनवाना है !

सबबिधान को बदलो
हमको नन्दू राष्ट्र बनाना है…

होना ताज महल अपने को
तेजो महालय बोल के घुस जाना है
करना होगा अब्दुल हमीद को टाइट
सलीम पंचर की दुकान बंद कराना है

सबबिधान को बदलो
हमको नन्दू राष्ट्र बनाना हैं…

  • हेमन्त मालवीय

प्रतिभा एक डायरी स्वतंत्र ब्लाॅग है. इसे नियमित पढ़ने के लिए सब्सक्राईब करें. प्रकाशित ब्लाॅग पर आपकी प्रतिक्रिया अपेक्षित है. प्रतिभा एक डायरी से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक और गूगल प्लस पर ज्वॉइन करें, ट्विटर हैण्डल पर फॉलो करे… एवं ‘मोबाईल एप ‘डाऊनलोड करें ]

Donate on
Donate on
Pratibha Ek Diary G Pay
Pratibha Ek Diary G Pay
Load More Related Articles
Load More By ROHIT SHARMA
  • शातिर हत्यारे

    हत्यारे हमारे जीवन में बहुत दूर से नहीं आते हैं हमारे आसपास ही होते हैं आत्महत्या के लिए ज…
  • प्रहसन

    प्रहसन देख कर लौटते हुए सभी खुश थे किसी ने राजा में विदूषक देखा था किसी ने विदूषक में हत्य…
  • पार्वती योनि

    ऐसा क्या किया था शिव तुमने ? रची थी कौन-सी लीला ? ? ? जो इतना विख्यात हो गया तुम्हारा लिंग…
Load More In कविताएं

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also

शातिर हत्यारे

हत्यारे हमारे जीवन में बहुत दूर से नहीं आते हैं हमारे आसपास ही होते हैं आत्महत्या के लिए ज…