डूबता होगा गर पश्चिम में
हमको तो दक्षिण में डुबाना है
सबबिधान को बदलो
हमको नन्दू राष्ट्र बनाना है…
कहत फकीर भगवा लपेट के साधो
लकुटिया झोला कटोरा थमाना है
हटट्टे कट्टे जवान छोकरे होकर
बूढ़ी से घर-घर बर्तन मन्जवाना है !
सबबिधान को बदलो
हमको नन्दू राष्ट्र बनाना है…
मोरनी प्रेग्नेंट हो आंसू से
मुर्गों से अंडे दिलवाना है
खुद अपनी छोड़ के भागे
जनता से चार जनवाना है !
सबबिधान को बदलो
हमको नन्दू राष्ट्र बनाना है…
होना ताज महल अपने को
तेजो महालय बोल के घुस जाना है
करना होगा अब्दुल हमीद को टाइट
सलीम पंचर की दुकान बंद कराना है
सबबिधान को बदलो
हमको नन्दू राष्ट्र बनाना हैं…
- हेमन्त मालवीय
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