सुनो ना…♥️
मन करता है,
तुम्हे एक रोमांटिक सी रिस्पेक्ट दूँ…
तुम्हें “आप” कह के बुलाऊँ…
तुम्हारे कुछ कहने पर “जी” का जबाव दूँ…
मन करता है,
सांझ ढले..साथ तुम्हारे गंगा घाट किनारे…
डूबते सूरज पे बैठकर तुम्हें आसमानों की सैर कराऊँ.
मन करता है,
तुम्हारे हर दर्द को अपना बना लूं…
तुम्हारी आँख के हर आंसू को चुरा लूं…
तुम्हारे होंठों पे मुस्कराहटों को सजा दूँ…
खुशियों को तुम्हारे दर का पहरेदार बना दूँ…
मन करता है,
तुम्हें..
हां बस तुम्हें..
सिर्फ अपना बना लूं..❤️❤️❤️❤️
- प्रेयसी जब अपने प्रेमी का प्रेम निवेदन स्वीकार करती है, और उसे कविता के माध्यम से पेश करती है तब वह दुनिया की सबसे खूबसूरत कविता बन जाती है. यह एक ऐसी ही खूबसूरत कविता है- ‘सुनो न …!’
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