बिहार में सिकुड़ता वामपंथी संघर्ष की जमीन ?
नब्बे के दशक के मध्य तक बिहार विधानसभा में वामपंथ की दमदार मौजूदगी थी. सदन से लेकर सड़क तक लाल झंडा दिखता था लेकिन, वाम दलों का आधार लगातार खिसकता चला गया और वर्तमान विधानसभा में भाकपा माले के सिर्फ तीन विधायक रह गये है. 1972 के विधानसभा चुनाव में भाकपा मुख्य विपक्षी दल बनी थी. वाम दलों ने भूमि …