8 मार्च पर विशेष : सोफ़ी शोल – ‘व्हाइट रोज़’ नामक नाज़ी विरोधी भूमिगत प्रतिरोध समूह की वीर नायिका
जर्मन नाजियों ने लाखों की तादाद में यहूदियों का जनसंहार तो किया ही था, साथ ही 1933 से 1945 के दौरान हिटलर के फासिस्ट शासन का प्रतिरोध करते हुए 77 हज़ार अन्य जर्मन नागरिकों को भी कोर्ट मार्शल और नाज़ियों की तथाकथित विशेष या ‘जन अदालतों’ द्वारा मौत की सज़ा दी गयी थी. इनमें से ज़्यादातर को हम नहीं …