जो इतिहास को जानता है, वह भविष्य भी जानता है…
इतिहास में मेरी रुचि बचपन से रही. पहला परिचय तो छठवीं-सातवीं की सामाजिक अध्ययन की किताबों से ही था. पर ये जल्द छूट गया क्योंकि औरो की तरह मैंने भी साइंस लिया. आगे चलकर बीए तो करना नहीं था मुझे लेकिन खुशकिस्मत था कि घर में कुछ और लोगों ने बीए किया. तो उनकी किताबें उपलब्ध थी, जिन्हें पढ़ा. फिर …