लुम्पेन की सत्ता का ऑक्टोपस
लुम्पेन जब शासन में आते हैं तब सिर्फ संवैधानिक संस्थाऐं ही नहीं, संवैधानिक ज़िम्मेदारी को निभाने वाले भी उनकी ज़द में आ जाते हैं. जस्टिस लोया से लेकर इंस्पेक्टर सिंह तक इसके उदाहरण हैं. याद रखिए गौ रक्षक दल, सनातन संस्था, संघ, विहिप इत्यादि सरकार संपोषित संस्थाएं नहीं हैं, ये सरकार उनके द्वारा संपोषित है. जब लोकतंत्र का क्षय एक …