प्रभा खेतान का स्त्रीवादी साहित्य सौंदर्य
कोलकाता की स्त्रीवादी इमेज का आईना है प्रभा खेतान का लेखन. वे जितनी सहृदय और सुसंस्कृत थी, उतनी ही बेहतरीन व्यापारी भी थी. साधारण स्त्री जीवन से आरंभ करके उन्होंने असाधारण स्त्री क्षमता का विकास किया था और इसे उन्होंने ‘अन्या से अनन्या’ नामक आत्मकथा में लिपिबद्ध किया है. उनकी आत्मकथा का मूल स्वर स्त्रीवादी है. स्त्रीवाद का लक्ष्य आत्मसंतोष …