लोकतंत्र की सत्ता पर काबिज अपराधी सरगना मोदी-शाह, साबित हो सकता है लोकतंत्र की ताबूत में आखिरी कील
इस लोकतंत्र में प्रधानमंत्री जैसे जिम्मेदार पदों पर मोदी जैसे अपराधी भी काबिज हो सकते हैं, यह लोकतंत्र के गरिमा की अवांछित सीमा है. मालूम हो कि मोदी-शाह जैसे आपराधिक व्यक्ति के प्रधानमंत्री पद पर चुने जाने के साथ ही देश अनगिनत विभाजनों में विभक्त हो चुका है. हर शहर, हर गांव, हर परिवार यहां तक कि हर व्यक्ति भी …