संवेदनशील राजा
एक राजा अपनी प्रजा की हर आंख का हर आंसू पोंछना चाहता था. इरादा बहुत नेक था, इसलिए इसे फौरन लागू करना जरूरी था. उसने यह संकल्प लिया तो पता चला कि आंसू तो उसकी आंखों से भी लगातार बहते रहते हैं. पहले उसे अपने आंसू पोंछने होंगे. तभी वह प्रजा की आंखों के आंसू पोंछने का अधिकारी बन सकता …