भारत में शुद्र असल में दास है ?
विकीपीडिया लिखता है कि मानव समाज में जितनी भी संस्थाओं का अस्तित्व रहा है, उनमें सबसे भयावह दासता की प्रथा है. मनुष्य के हाथों मनुष्य का बड़े पैमाने पर उत्पीड़न इसी प्रथा के अंर्तगत हुआ है. दासप्रथा को संस्थात्मक शोषण की पराकाष्ठा कहा जा सकता है. एशिया, यूरोप, अफ्रीका, अमरीका आदि सभी भूखंडों में उदय हानेवाली सभ्यताओं के इतिहास में दासता ने सामाजिक, राजनीतिक तथा आर्थिक …