पुलवामा में 44 जवानों की हत्या के पीछे कहीं केन्द्र की मोदी सरकार और आरएसएस का हाथ तो नहीं ?
बीते चार सालों में जम्मू कश्मीर में आतंकी हमलों की घटनाओं में 177 फीसदी से अधिक का इज़ाफा हुआ है. साल 2014 में राज्य में आतंकवाद की 222 घटनाएं हुई थीं जबकि 2018 में यह संख्या 614 रही. इस दौरान केन्द्र में भाजपा और कश्मीर मे भाजपा-पीडीपी की सरकार थी. देश में उन तमाम ताकतों के साथ भाजपा-आरएसएस का गठबंधन …