बैताल कथा – ‘जो तीसरी बार मूर्ख बने वह गधा ही हो सकता है’
बेताल बोला – ‘हे राजन ! तुम मुझे लादे लादे थक गए हो. तुम्हारी थकान दूर करने को एक कहानी सुनाता हूं. शीर्षक है तीसरी बार. एक बार जंगल के राजा शेर ने सभा बुलाई और कहा कि ‘मैं राजा हूं क्या मेरा शिकार के लिए इधर-उधर घूमता अच्छा लगेगा ? अब से मेरे लिए शिकार का इंतजाम मंत्रिमंडल करेगा.’ …