दानिश सिद्दीक़ी को समर्पित : आवारा गोली
एक आवारा गोली के शिकार बनने के पहले मुझे अनगिनत गोलियों का निशाना बनाया गया था और, हर बार मैं बच निकला बचते हुए जब मैं इस खुले मैदान में एक खुले आसमान के नीचे पहुंचा तब एहसास हुआ मुझे कि नहीं, भाग नहीं रहा था मैं कहीं क्योंकि भागने के लिए ज़मीन और आसमान दोनों बहुत छोटे पड़ जाते …