युद्ध जारी है और ‘विजय-शंख’ फिलहाल रूसी खेमे में ही अनुनाद मचाये हुए है. अभी हफ्ते भर पहले ही जब रूसी सैन्य कार्रवाई में यूक्रेन के 600 सैनिक एक ही घंटे में मौत का निवाला बन बैठे थे तो दुनिया भर के नाटो देशों में भगदड़ मच गई थी. नाटो देश अपनी बचाव मुद्रा में आकर बयानबाजी में लग गए थे. कहा तो ये भी जा रहा है कि यूक्रेन को मदद देने के नाम पर नाटो में भी दो-फाड़ मचा हुआ है.
हालांकि मीडियाई बयानबाजी के जरिए रूस को यह कहकर मनोवैज्ञानिक तौर पर कमजोर करने की साज़िश जारी है कि सभी नाटो व यूरोपीय देश यूक्रेन को और भी उच्च गुणवत्ता वाले टैंक व मिसाइलों की खेप पहुंचाने पर एकमत हैं. उधर क्रेमलिन के प्रवक्ता ने कहा कि ‘यह तो पहले से ही जगजाहिर है कि सभी पश्चिमी देश यूक्रेन को हथियारों की मदद दे रहे हैं लेकिन इससे तो यही साबित होता है कि पश्चिमी देशों की शांति बहाली की कोशिशों की बातें केवल धोखा हैं.’
समाचार एजेंसी मास्को रायटर्स के मुताबिक रूस ने पिछले 12 घंटों में कीव पर लगभग 90 से अधिक मिसाइलें दागी हैं, जिनमें से लगभग सभी ने टारगेट पूरा किया है लेकिन यूक्रेन में कीव के प्रशासक ने दावा किया है कि आज यूक्रेन ने रूस के लगभग 30 मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया है.
क्रेमलिन के भूगोल में एक और इतिहास
क्रेमलिन प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा सोलेदार पर रूसी सेना ने पूर्ण कब्जा कर साहसिक सैन्य धर्म की नई मिसाल पेश की है.हम सभी सैनिकों की तारीफ करते हैं. उधर यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने फिलहाल सोलेदार पर रूसी कब्जा हो जाने पर कोई टिप्पणी नहीं की है. रूसी सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक ‘इस युद्ध में हमने जो भी रणनीतियां बनाई इस पर कभी धोखा नहीं खाया. लेकिन हम तुरंत राहत कार्यों में धीमा पड़ जा रहे हैं, यह नहीं होना चाहिए.’
रूसी मीडिया के अनुसार रूसी सेना ने यूक्रेनी सेना के 80 से अधिक सैनिकों को संदेहास्पद तौर पर मोबाइल का इस्तेमाल करने पर पकड़ लिया गया है. एक और समाचार में रूसी सेना ने दावा किया है कि पिछले चार दिनों में रूसी सेना के हमलों में यूक्रेन के 600 से अधिक सैनिक हताहत हुए हैं. तबाही की इबारत लिखने वाले नाटो देश भले ही विनाशक हथियारों की उच्च गुणवत्ता का बखान करते नहीं थक रहे हों लेकिन इस पूरे युद्ध में विजय गर्जना पर रूस का एकछत्र वर्चस्व बना हुआ है.
युद्ध का वैश्विक विस्तार होने पर हर हाल में रुस का परमाणु हमला
बहरहाल, यह भी तय होता दिख रहा है अगर पश्चिमी देश यूक्रेन को वाकई में मदद देने में मुखर होते दिखते हैं तो निश्चित तौर पर युद्ध वैश्विक विस्तार लेने की तरफ बढ़ेगा और रूस हर हाल में परमाणु हमला करेगा. नाटो देशों के विश्लेषकों ने यह पहले ही चेताया है कि रूस, यूक्रेन से ध्यान हटाने की स्थिति में नहीं है. अगर ऐसा हुआ तो रूस, उत्तर कोरिया और चीन पृथ्वी पर महासंग्राम मचा देंगे और यह उन देशों के लिए बिल्कुल भी अफसोसनाक बात नहीं होगी. हालांकि चीन और उत्तर कोरिया ने फिलहाल रूस को प्रत्यक्ष मदद देने की खबरों से अपने को हटा लिया है.
- ए. के. ब्राइट
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