पत्रकार : रिहाना ने भारत के अंदरूनी मामले में दख़ल दी है, आपका क्या कहना है इस पर ??
चौधरी : कौण रेहाणा ??
पत्रकार : अमेरिका की गायक है.
चौधरी : तो क्या बोली वो ??
पत्रकार : किसानों के समर्थन में ट्वीट किया है.
चौधरी : यो ट्वीट क्या हो ??
पत्रकार : अरे उसने लिखा है किसानों के समर्थन में.
चौधरी : तो तुझे क्या परेसानी है ??
पत्रकार : भारत अपने मामले में विदेशी दख़ल बर्दाश्त नहीं करेगा.
चौधरी : तेरी बात हौवे उससे ? अगर होती हो तो उसे एक संदेश देना था.
पत्रकार : बताइए क्या संदेश देना है ??
चौधरी : क्या नाम बताया था तूने, रेहाणा बाजी. बाजी से धन्यवाद बोल दियों और बोलियों कि तुझ जैसे पत्रकार जो कल तक किसानों को आतंकवादी, ख़ालिस्तानी, पाकिस्तानी, उग्रवादी बता रहे थे, आज उनके कारण हमें भारतीय और इस मामले को आंतरिक मामला बता रहे हैं.
पत्रकार : ठीक है, अब में चलता हूंं.
चौधरी : बाजी से बात हो तो मेरी राम राम जरूर बोलियों.
- इब्न ए आदम बजरिये अनिता संजीव
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