हम पर न दया करो, न तरस खाओ
हमारा हक़ छीना जा रहा है, हमारे साथ आओ!
खाद-बीज-बिजली-डीज़ल-कीटनाशक सब पर
जिनका अधिकार है,
किसान की मेहनत के लुटेरे हैं वे,
इन मुनाफाखोरों का किसान शिकार है!
सबको अपनी उत्पादन-लागत-मेहनत के अनुसार
मुनाफ़ा तय करने का अधिकार है,
ये कौन सी नीति है,
किसान की लागत, कीमत, मुनाफ़ा पर
बहुराष्ट्रीय कम्पनियों के अधिकार है ?
जब किसान को मिलेगी सुनिश्चित आय
कर्जा-मुक्त होंगे जब सभी किसान
फसल का मिलेगा पूरा दाम जब
देश में होगा किसान का तब असली सम्मान!
विकास का सारा मतलब
उलटा समझाया गया है
चंद लोगों के विकास को
किसानों का,
जनता का विकास बताया गया है
ऐसा कब तक और क्यूं चलेगा ?
किसी का एंटिला देखकर
बेरोजगार नौजवान कब तक बहलेगा ??
- (सोशल मीडिया पर वायरल कविता)
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