Home ब्लॉग आभा का पन्ना एक अस्त्र, सिर्फ चरित्र

एक अस्त्र, सिर्फ चरित्र

2 second read
0
0
625
आभा शुक्ला

आप माने या ना माने परंतु मैंने ख़ूब अनुभव किया है कि समाज में एक जानकार, और चुलबुली लड़की को आमतौर पर चली हुई लड़की समझा जाता है…

यदि लड़की तेज है…., अकेले रहती है…., अकेले आती जाती है…, तब तो वो सौ फीसदी चरित्रहीन है….!

वो कहते हैं न….शर्म हया औरत का गहना….! हमारे यहां लड़की / औरत का शर्माना बहुत जरूरी होता है….

ऊपर से यदि लड़की जातिवाद के खिलाफ बोलती है तो सीधा-सा तमगा दिया जाता है कि होगा किसी नीची जाति वाले से चक्कर….! तभी ऐसा बोल रही है…..

सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ बोलती है यदि तो पक्का संस्कारहीन है….

धर्मनिरपेक्ष है, सेक्युलरिज्म की बात करती है तो पक्का किसी मुल्ले के साथ सोती होगी….!

तो क्या चाहते हो भाई….? कब तक शर्माया जाये तुमसे ? कब तक संस्कारों की आड़ में शोषण कराया जाये….?

संस्कार तो कभी देवदासी बनना भी था…..! संस्कार तो कभी सती होना भी था…..!

बहुत हुआ…., चलो हम चरित्रहीन, संस्कारहीन और बेशर्म ही सही…!

#एक_अस्त्र,
#सिर्फ_चरित्र

Read Also –

फ़ासीवाद और औरतें : फ़ासीवाद के साथ बहस नहीं की जा सकती, उसे तो बस नष्ट किया जाना है
औरतों के लिए ‘रामचरितमानस’ का अर्थ
महान समाज सुधारक एवं पहली महिला शिक्षिका सावित्री बाई फुले
एक आत्म संलाप – लैंगिकता बनाम यौनिकता
ठरकी भारत : आखिर महिलाओं के सेंटीमेंट्स हैं कि नहीं…?
कौन है नरेन्द्र मोदी के अनुदार पितृसत्ता की हिमायती औरतें ?
स्त्रियों की मुक्ति और सामाजिक उत्पादन
औरंगजेब का फरमान – ‘जहां तक मुगलों का राज है, किसी भी महिला को सती न होने दिया जाए !’
हिंदू धर्म का कलंकित चेहरा – देवदासी, धर्म के नाम पर यौन शोषण

प्रतिभा एक डायरी स्वतंत्र ब्लाॅग है. इसे नियमित पढ़ने के लिए सब्सक्राईब करें. प्रकाशित ब्लाॅग पर आपकी प्रतिक्रिया अपेक्षित है. प्रतिभा एक डायरी से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक और गूगल प्लस पर ज्वॉइन करें, ट्विटर हैण्डल पर फॉलो करे… एवं ‘मोबाईल एप ‘डाऊनलोड करें ]

scan bar code to donate
scan bar code to donate
Pratibha Ek Diary G Pay
Pratibha Ek Diary G Pay
Load More Related Articles
Load More By ROHIT SHARMA
Load More In आभा का पन्ना

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also

नारेबाज भाजपा के नारे, केवल समस्याओं से लोगों का ध्यान बंटाने के लिए है !

भाजपा के 2 सबसे बड़े नारे हैं – एक, बटेंगे तो कटेंगे. दूसरा, खुद प्रधानमंत्री का दिय…