यूं तो भारतीय संस्कृति में प्रेम सदैव से आम लोगों के लिए प्रतिबंधित क्षेत्र रहा है, जिसके कारण अनेकों ने अपनी जानें गंवाई है. लेकिन यह पहली बार हो रहा है जब इसी भारतीय संस्कृति की दुहाई देकर बकायदा सरकारी संरक्षण में प्रेम करने वालों पर संगठित हमले किये जा रहे हैं. बहुत दिन नहीं बीते हैं जब वेलेंटाइन-डे (प्रेम दिवस) पर संघियों का गुंडा गिरोह भारतीय संस्कृति का हवाला देकर लाठियां लेकर प्रेमी युगल को मारने-पीटने और अपमानित करने के लिए ढूंढ़ता फिरता था. उत्तर प्रदेश की अजय कुमार बिष्ट की भाजपा सरकार ने तो बकायदा रोमियो स्क्वायड बनाकर प्रेमी युगलों पर हमला किया था. यानी भारत सरकार ने प्रेम को अपराध बना दिया, जिसका सम्पूर्ण विस्तार हम पंजाब के चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में देख पा रहे हैं.
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में एक छात्रा अपनी ही विडियो अपने ही मोबाइल से बनाकर अपने प्रेमी को भेजी, इससे बौखलाए संघी मिजाज लोगों ने ऐसा अफवाह फैलाया कि न केवल उक्त छात्रा को पुलिस हिरासत में लिया गया अपितु उसके प्रेमी को भी पकड़कर जेल में डाल दिया गया है. ताजा खबर के अनुसार उक्त छात्रा समेत फौजी संजीव सिंह, सन्नी मेहता और रंकज वर्मा को 5 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है. जहां अब पुलिस इन चारों को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ करेगी. इसके साथ ही ADGP गुरप्रीत दियो की अगुआई वाली स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) भी इनसे पूछताछ करेगी.
अपने ही प्रेमी को अपनी ही वीडियो बनाकर देने वाली उक्त छात्रा पर अन्य नहाती हुई लड़कियों की वीडियो बनाने और उसको वायरल कराकर रुपये कमाने जैसी इतने संगीन आरोप मढ़ दिया गया है कि वह वर्षों बाद भले ही निर्दोष साबित होकर जेल से बाहर आ जायें लेकिन उसकी जिन्दगी एक जिन्दा लाश के सिवा और कुछ नहीं होगी.
इस बात में कोई संदेह नहीं है कि चंडीगढ़ विश्वविद्यालय की एक छात्रा के खिलाफ ‘विडियो बनाने और वायरल कराने’ का जो आरोप लगा है, उसमें संघियों की जबरदस्त भूमिका है. ये अफवाहबाज संघी अफवाह फैला कर ही तो देश की सत्ता पर कब्जा पाया है, यह बताने का पुख्ता प्रमाण है कि संघी अफवाह फैलाकर मनचाही मुराद पाने में किस कदर पारंगत है. यही कारण है कि उसने आम आदमी पार्टी की सरकार को अस्थिर करने के लिए चंडीगढ़ विश्वविद्यालय की छात्राओं का इस्तेमाल किया और एक छात्रा को बलि का बकरा बना दिया.