Home ब्लॉग NYT में केजरीवाल के शिक्षा मॉडल की तारीफ से बिलबिलाये मोदी के सीबीआई का शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया पर हमला

NYT में केजरीवाल के शिक्षा मॉडल की तारीफ से बिलबिलाये मोदी के सीबीआई का शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया पर हमला

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NYT में केजरीवाल के शिक्षा मॉडल की तारीफ से बिलबिलाये मोदी के सीबीआई का शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया पर हमला
NYT में केजरीवाल के शिक्षा मॉडल की तारीफ से बिलबिलाये मोदी के सीबीआई का शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया पर हमला

नरेन्द्र मोदी पागल हो गया है. क्यों हो गया ? इसलिए हो गया कि दुनिया के सबसे शक्तिशाली अखबार जिसमें में मोदी का नकारात्मक खबर छपता है, उसकी तुलना दुर्दान्त हत्यारा हिटलर से किया जाता था, कल उसी अखबार ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के दिल्ली शिक्षा मॉडल की न केवल तारीफ ही छपी है, बल्कि उसके उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया जो शिक्षा मंत्री भी हैं, की तस्वीर को अपने मुख्य पृष्ठ पर छापा है. इससे बौखलाया मोदी पागल हो गया और आज अहले सुबह अरविन्द केजरीवाल के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया के घर पर सीबीआई से हमला करवा दिया.

वैसे भी ड्रग्स की राजधानी गुजरात में लाखों टन हेरोइन, अफीम खुलेआम विदेशों से मंगा कर खपाया जा रहा हो, दसियों हजार करोड़ रुपयों का जहरीली शराब बेचने और सैकडों लोगों के मर जाने पर चुप्पी साध लेने वाली सरकार और मीडिया मुम्बई में ढ़ाई ग्राम गांजा पर महीनों बहस चलाता है, मीडिया, सरकार, पुलिस, अपराधी सभी सारे काम छोड़कर इस ढ़ाई ग्राम गांजा पर बहस करता है. उसी तरह लाखों करोड़ रुपया गुजराती व्यापारी देश से लेकर विदेश भाग जाने पर चुप्पी साध लेने वाली सरकार और उसके पालतुओं ने 140 करोड़ की धनराशि पर बहस कर रहा है, छापामारी कर रहा है. तो निःसंदेह इसका यही अर्थ निकलता है कि सीबीआई, ईडी, गोदी मीडिया जैसे मोदी का पालतू कुत्ता केवल अपने विरोधियों को निशाना बनाता है, संघियों-भाजपाइयों के सात खून भी माफ है.

आज दिन भर दिल्ली स्थित मनीष सिसोदिया के घर पर सीबीआई छापेमारी करती रही. 14 घंटे लम्बे चले इस रेड ने ही साबित कर दिया कि मनीष सिसोदिया के घर से मोदी का सीबीआई कुछ भी आपत्तिजनक सामग्री बरामद नहीं कर सकी है. बहरहाल, मोदी की इस सीबीआई, जिसे ‘सत्ता का तोता’ भी कहा जाता है, शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया के घर पर जिस मामले को लेकर छापामारी करने गई थी, वह शराब के आबकारी नीति के तहत किया गया था, जिसका जिम्मेदार दिल्ली का उपराज्यपाल था, क्योंकि उसके हस्ताक्षर के बगैर केन्द्र शासित प्रदेश होने के कारण दिल्ली में कुछ भी नहीं हो सकता.

चूंकि मोदी सरकार जिस प्रकार समूचे देश को अशिक्षित बनाने की जिस तर्ज पर काम कर रही है, अरविन्द केजरीवाल ठीक उसके उलट काम कर रहे हैं. अर्थात, शिक्षा को पूरी तरह मुफ्त करने के साथ ही साथ उसकी उच्चकोटि की गुणवत्ता को भी विकसित कर रहे हैं, जिस कारण बड़े पैमाने पर छात्र शिक्षित हो रहे हैं. यही कारण है कि मोदी सरकार, जो खुद निरक्षर है, और एक फर्जी डिग्री का मालिक भी है, लगातार अरविन्द केजरीवाल को निशाने पर लेती रही है और अनेकों दफा उनपर भी सीबीआई की छापामारी करवाता रहा है, जिसमें चंद मफलर और हवाई चप्पल के सिवा और कुछ नहीं मिलता है.

चूंकि अरविन्द केजरीवाल को खत्म करने के तमाम कोशिशों के बाद भी अरविन्द केजरीवाल अपने दो मूलभूत नीति -शिक्षा और स्वास्थ्य – को लेकर लगातार देश भर में लोकप्रिय होते जा रहे हैं, एक के बाद दूसरे राज्य भी उनकी सरकार बन रही है, अब मोदी के गुजरात में भी आसन्न चुनाव के मौके पर वह बड़े पैमाने पर लोकप्रिय हो रहे हैं, इसी बीच अमेरिका के न्यूयॉर्क टाइम्स के मुख्य पृष्ठ पर केजरीवाल के शिक्षा का दिल्ली मॉडल पर जिस तरह रिपोर्ट छापा है, बिलबिलाये मोदी को अपने अंधकारमय भविष्य का अंंदेशा होने लगा. केजरीवाल को खत्म करने के लिए मोदी ने आनन-फानन में सीबीआई को भेज दिया.

विदित हो कि अरविन्द केजरीवाल समेत आम आदमी पार्टी के लगभग तमाम विधायकों, मंत्रियों पर लगातार मोदी सरकार ने सीबीआई बगैरह जैसी ऐजेंसियों को भेजता रहा है. इससे न तो किसी के यहां से कुछ भी बरामद हुआ बल्कि कोर्ट से लगातार फटकार ही मिली है. इससे भी बढ़कर सीबीआई की साख ही खत्म हो गई. ऐसे में अरविन्द केजरीवाल के शिक्षा मॉडल को ध्वस्त करने के लिए मोदी ने मनीष सिसोदिया के घर सीबीआई भेज दिया. दूसरे स्वास्थ्य के मॉडल को ध्वस्त करने के लिए अरविन्द केजरीवाल के हेल्थ मंत्री को मोदी सरकार पहले ही गिरफ्तार कर जेल में बंद कर चुकी है.

न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट पर भाजपाई अनपढ़ों के अफवाह का सच

न्यूयॉर्क टाइम्स के मुख्य पृष्ठ पर छपी अरविन्द केजरीवाल के शिक्षा के दिल्ली मॉडल को पेड न्यूज या विज्ञापन बताने की गंदी साजिश भाजपा सुबह से ही कर रही है. जिसका खण्डन आज खुद न्यूयॉर्क टाइम्स ने यह कहते हुए किया है कि – यह आर्टिकल, “विज्ञापन या पेड न्‍यूज नहीं” बल्कि जमीनी रिपोर्टिंग (on-the-ground reporting) के आधार पर है. NYT ने अपने एक बयान में कहा है कि “दिल्ली की शिक्षा प्रणाली में सुधार के प्रयासों के बारे में हमारी रिपोर्ट निष्पक्ष और ग्राउंड रिपोर्टिंग पर आधारित है. शिक्षा एक ऐसा मुद्दा है जिसे न्‍यूयॉर्क टाइम्‍स ने कई वर्षों से कवर किया है. द न्‍यूयॉर्क टाइम्‍स में पत्रकारिता हमेशा से स्‍वतंत्र और राजनीतिक या विज्ञापनदाताओं के प्रभाव से मुक्‍त है. अन्‍य न्‍यूज आउटलेट्स हमारे कवरेज को नियमिति रूप से पुन:प्रकाशित (Republish) करते हैं.’

AAP विधायक सौरभ भारद्वाज ने भाजपा की तंग बुद्धि पर तंज कसते हुए कहा, ‘ये नेता कह रहे हैं कि खलीज टाइम्स में भी वही खबर छपी जो न्यूयॉर्क टाइम्स में छपी है, लेकिन इनको बिल्कुल अंदाज़ा नहीं है, न्यू यॉर्क टाइम्स में अखबार में रिपोर्टर का नाम लिखा है, खलीज टाइम्स में ‘न्यूयॉर्क टाइम्स का साभार’ देकर छापा है, दोनों अखबारों में एक ही रिपोर्टर का नाम है.’ आगे उन्‍होंने कहा, ‘भारत की सबसे अमीर पार्टी भाजपा है, इनके पास इतना पैसा है तो आपने 8 सालों में पेड न्यूज क्यों नहीं छपवा दी ? एक छपी थी, इन लोगों ने न्यूयॉर्क टाइम्स को फोन करके कहा कि पैसा लेकर खबर छाप दो. मैं इन्हें चुनौती देता हूं कि आप लोग अपनी पूरी ताकत और पैसा लगाकर कल के न्यूयॉर्क टाइम्स अखबार में आप विश्व गुरु की तस्वीर छपवा दीजिए.’

सौरभ भारद्वाज ने कहा, ‘जितनी खुशी मुझे खबर की नहीं हुई, उससे ज़्यादा खुशी इनके पेट दर्द को देखकर हो रही है. इन्हें तो खुश होना चाहिए था कि जिन अखबारों में मोदी की नेगेटिव खबरें छपता था वहां आज दिल्ली के सरकारी स्कूलों की अच्छी खबरें छप रही है. इन्होंने यह तय कर दिया की अब 2024 का मुकाबला आम आदमी पार्टी बनाम भाजपा होगा.”

बहरहाल, अरविन्द केजरीवाल के शिक्षा के दिल्ली मॉडल का कर्णधार मनीष सिसोदिया को बदनाम करने, फर्जी मुकदमे में जेल में डालने की मोदी सरकार की कोशिश एक बार फिर नाकाम तो हो ही गई, बदकिस्मत नरेन्द्र मोदी और उसका सीबीआई एक बार फिर देश के सामने नंगा होकर बदनाम हो ही गया है, जो अरविन्द केजरीवाल की पार्टी के ईमानदार छबि को तो उकेरता ही है, अरविन्द केजरीवाल और उसकी पार्टी को अन्तराष्ट्रीय स्तर पर भी मशहूर कर दिया. मोदी की बोखलाहट और औंधे मूंह गिरे सीबीआई के कारिंदे पंजाब की ही तरह गुजरात में भी आगामी चुनाव में सत्ता का मार्ग प्रशस्त करेगा.

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ROHIT SHARMA

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