पेट्रोल, डीजल पर राहत देकर मोदी सरकार ने अच्छा नहीं किया अपने अंध समर्थकों के साथ. उन्होंने तो मोदी जी को वचन दे रखा था कि पेट्रोल 100 क्या आप 200 रुपये लीटर भी कर दो, हम देशहित में इसे हंसते-हंसते झेल लेंगे. और जब हम देशहित में झेल लेंगे तो भला राम खेलावन और जुम्मन मियां को कैसे बक बक करने दे सकते हैं भला ? व्हाट्सएप में घुस के मारेंगे या किसी बहाने ‘जय श्री राम बोलवा’ के ऐसी तैसी कर देंगे ससुरों की. भाड़ में जाये डीजल, पेट्रोल, गैस के दाम. हमारा एक ही एजेंडा है और वो दौड़ रहा है. हिंदुस्तान में रहना है तो ‘जय श्री राम’ कहना होगा.
लेकिन मोदी जी खुद ही खूंटा तुड़ा कर भाग रहे हैं. उधर उनके जवानी के स्कूटर चालक मित्र खट्टर ने गुड़गांव में मिडिल क्लास जिनका ऊपर का माला पहले ही खाली था, को सड़कों पर नमाज के खिलाफ भड़काया और जब मामला लगातार तूल पकड़ने लगा तो प्रशासन के जरिये सड़क पर नमाज अदा करने को वैध बताने लगा.
एक दर्जन से अधिक गुडगांव में वक्फ बोर्ड की हथियाई जमीन मुसलमान मांगने लगे. उनका कहना था हमे वापस कर दो, हम सड़क पर नहीं करेंगे. लेकिन उससे भी बड़ी वजह मोटे सेठ हैं. ये लेबर गुड़गांव से चली गई तो फैक्ट्री कैसे चलेंगी ? नहीं चली तो ये मिडिल क्लास वाले ससुरे तो 4 महीने बाद भीख किससे मांगेंगे ? हम इंडस्ट्री वाले तो बावल, और राजस्थान में दूसरी फैक्ट्री में शिफ्ट हो जाएंगे और ये मजदूर भी लेकिन ये मिडिल क्लास वाले तो 1 करोड़ का फ्लैट बैंक कर्जे पर लिए हुए हैं.
सबसे बड़ी बात हिमाचल प्रदेश में जयराम ठाकुर को हटाने की भी शुरू हो गई है. अडानी सेठ की सेवा का यह सिला ? क्या हिन्दू डीजल, पेट्रोल, गैस सिलेंडर और सेव के लिए मोदी जी का साथ छोड़ देगा ? कभी नहीं, कभी नहीं !
योगी जी देखिये यूपी में कितनी शान से आगे बढ़ते ही जा रहे हैं. केशव प्रसाद मौर्या को इस बार चुनाव से पहले ही औकात पर ला दिए हैं. इस बार जीते तो उप मुख्यमंत्री तक का दर्जा देने की जरूरत नहीं पड़ेगी, बस योगी जी और अयोध्या में राम लला जी और दिल्ली का नाम बदलकर रामनगर कर देंगे. 2022 में बस एक बार जीतने दो, फिर एक दिन का यूपी सीएम बनते ही अगले दिन दिल्ली कूच कर देंगे.
देशहित में डीजल, पेट्रोल, गैस की कीमत 200 जो पार करायेगा, वही तो सरकारी खजाने में दसियों लाख करोड़ की मुद्रा जमा करने और मुंम्बई के धन कुबेरों को सट्टा बाजार में खेलते रहने के लिए प्रेरित कर सकेगा. मुंबई ससुरा किसी लंदन या न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज से कम है क्या ?
हमें विश्व गुरु बनने से अब कोई ताकत नहीं रोक सकती. जो भी घबराहट में पेट्रोल, डीजल, गैस का दाम कम करेगा, हमारे रास्ते से दूर हट जाये वरना कुचला जायेगा. हम बांग्लादेश, नेपाल को सस्ता डीजल, पेट्रोल देकर अपना जरखरीद गुलाम बना रहे हैं, और उनकी पब्लिक को अपना मुरीद !
भारत की 80% जनता हमारे साथ है. खुद तेल नहीं खाती आजकल, लेकिन कल यदि दिए जलाने के लिए 36000 लीटर की जगह 36 करोड़ लीटर भी लाना पड़े तो हंस हंसकर चंदा देगी. डरपोक कमजोर दिल के लोग भाड़ में जाएं. एक विशाल जयकारा लगा और मेरी सुबह की नींद टूट गई.
अभी कोई पटाखा नहीं बज रहा था, मेरे कान बज रहे थे. बाहर कौआ संगीत सुना रहा है, आज दीवाली भी है. देखता हूं इस बार कितने जोश में लोग मिठाई का डिब्बा लेकर मिलने आते हैं.
- रविन्द्र पटवाल
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