सत्ता के चौराहे पर कुल्हे टिकाये संघियों ने देश के गली-कोने-मुहल्ले तक संघियों के रुप में जासूसों का जाल बिछा दिया है, जो देश और उसकी जनता के हर गतिविधियों की पूरी और पुख्ता जानकारी देश के दुश्मनों तक पहुंचाने में पूरी निष्ठा से तत्पर है.
आये दिन दर्जनों की तादाद में ऐसे जासूसों को संघियों की खोह से पकड़ा जाता है और बाद में उसे सम्मानित भी किया जाता है. पुलवामा जैसे न जाने कितने कारनामों का सूत्रधार देविन्दर सिंह जैसे संघी जासूस देश को खोखला कर रहा है. लेकिन ‘जासूस’ केवल सीमा हैदर है.
भारतीय जासूसी दल का कुख्यात सरगना नरेन्द्र मोदी अपनी देशद्रोही छवि को जनता की नजरों से छिपाने के लिए सीमा हैदर को पाकिस्तानी जासूस साबित करने में जिस तत्परता से जुटी हुई है उससे कुख्यात हत्यारा अजय मिश्रा टेनी और बलात्कारी बृजमोहन सिंह जैसों की बांछे खिल गई है.
सीमा हैदर को पाकिस्तानी जासूस साबित करने में जुटी भारत की तमाम संस्थाओं की तत्परताओं को देखकर आश्चर्य होता है कि देश की जनता के खून पसीने की कमाई के लाखों करोड़ की धन राशि पर ऐश करने वाले इन संघी परजीवियों को पाल क्यों रहा है, उसे अविलंब नष्ट कर देना चाहिए.
सीमा हैदर के बहाने इन परजीवियों के हाथ में एक सुनहला अवसर मिला है अपने पापों को छिपाने का. अभिषेक राज लिखते हैं – अपने देश में अमृतकाल में हुआ विकास सड़कों पर बह रहा है. पाकिस्तान ने अपनी सबसे खतरनाक एजेंट सीमा 007 को भारत भेजा ताकि वो हमारे देश मे हो रहे विकास की जानकारी जुटाकर पाकिस्तान को भेज सके.
सबसे पहले सीमा ने नेपाल के रास्ते एंट्री की, फिर वो कुछ दिन बाद मुम्बई से बुलेट ट्रेन में सफर करके अहमदाबाद पहुंची. सफर के दौरान उसने बुलेट ट्रेन से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी एकत्रित की.
उसके बाद सीमा ने एक-एक करके भारत की सौ स्मार्ट सिटी में घूमना शुरू किया. वो सौ स्मार्ट सिटी देखकर अचंभित रह गई. बीच-बीच में उसने सांसदों द्वारा गोद लिये गांव भी देखे और उन गांवों को देखकर उसने सोचा कि इतना तो पाकिस्तान में शहर भी विकसित नहीं है, जितना कि ये ‘गोदी गांव’ विकास से ओत प्रोत हैं.
फिर एक दिन सीमा एक चाय की टपरी पर चाय पीने पहुंची. वहां उसने देखा चाय वाला पास के नाले पर बर्तन को उल्टा रखकर गैस इकट्ठा कर रहा है और उस गैस से ही चाय बना रहा है.
सीमा ये सब देखकर समझ गई कि भारत के विकास पुरूष द्वारा दिये गये फॉर्मूले ‘ए स्क्वाय प्लस बी स्क्वायर प्लस टू ऐ बी’ में एक्स्ट्रा ‘2 ऐ बी’ कहां से आया. उसने इस कोड को डिकोड कर लिया था.
सीमा भारत का विकास देखकर बहुत प्रभावित थी. उसने सोचा काश वो भी भारत में रह पाती ! तभी चाय की दुकान पर बैठे-बैठे उसने देखा कि एक आदमी खून की उल्टियां कर रहा था. सीमा उसकी मदद करने पहुंची तो उस युवक ने बताया कि उसका नाम सचिन है और ये खून की उल्टी नहीं ‘राज श्री’ पान मसाले का कमाल है.
सचिन ने एक और ‘राजश्री पान मसाला’ निकाला और मुंह में डाल लिया. राजश्री पान मसाले का रैपर सचिन ने अपनी दो उंगलियों के बीच फंसाकर हवा में उड़ा दिया.
सचिन की ये अदा देखकर सीमा उसे अपना दिल दे बैठी. सचिन के गुलाबी होंठ और लाल दांत उसे आकर्षित कर रहे थे. उसने सचिन से पूछा – खर्चा कैसे चलता है, करते क्या हो ?
सचिन ने कहा – कुछ नहीं करते हैं. उज्ज्वला योजना से गैस मिल जाती है, 5 किलो राशन तो सरकार दे ही रही है. बीच-बीच में हमारे प्रधानमंत्री ‘बीस लाख करोड़, दस लाख करोड़’ जनता को देते रहते हैं, उसी से काम चल रहा है. सचिन ने ये भी बताया कि उसके एकाउंट में ’15 लाख’ रुपये भी आने वाले हैं.
सीमा बहुत प्रभावित हुई और सचिन के साथ जीने मरने का फैसला किया और उससे शादी करके भारत में ही रहने लगी. केसरिया तेरा इश्क है पिया !
सवाल है सत्ता के शीर्ष प्रधानमंत्री पद पर बैठे जासूसों का सरगना मोदी से लेकर गांव-टोले-गलियों तक आरएसएस के भेष में जासूसों के बिछे जाल से आखिर क्या चीज छिपी रह गई है, जिसकी जानकारी देश के दुश्मनों को नहीं है, जिसके लिए ‘सीमा’ को भेजने की जरूरत महसूस हो गई ?
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- अभिषेक राज