बहुत साल पहले की बात है,
मथुरा वाले बाबा जय गुरुदेव,
मेहंदी गंज बाजार में आए थे,
और कहा था कि
सबको जूट से बने कपड़े
पहनने होंगे,
एक बीघे में
100 मन अनाज पैदा होगा,
चलो भाई उनका कहा
तो सच हो गया,
खेतों में 100 मन धान
पैदा होने लगा.
एक महापुरुष का
देश में फिर अवतार हुआ है,
उन्होंने कहा है कि
मुंह बंद रखना होगा,
बोलना भी मना है,
बात इशारों में होगी,
आंखें मोबाइल पर रखनी होंगी,
ताकि उनके आइ टी से
उत्पादित व प्रसारित
ज्ञान प्राप्त होता रहे,
और आप सबका जीवन
सुचारू रूप से चलता रहे,
यह भी कहा है कि सबको
अपने अपने घरों के भीतर
ही रहना है,
बाहर निकलना मना है
‘सोशल डिस्टैंशिंग’ रखनी
होगी,
हर इंसान को दूसरे इंसान से
एक मीटर की दूरी रखनी होगी,
कोई किसी को छुएगा नहीं,
दिन में बार बार
अल्कोहल से आचमन करना
होगा,
अल्कोहल पीने की भी मनाही नही होगी,
हर नुक्कड़ व गली चौराहों पर,
अल्कोहल के ठेके होंगे।
पर कुछ लिखने पढ़ने की मनाही नहीं होगी,
इसीलिए उनके कहे को
लिपिबद्ध कर रहा हूंं
कि आगे आने वाली
पीढ़ी जान सके कि
इस महान देश भारत में
कैसे कैसे महापुरुष
अवतार ले चुके हैं
और जनता को समय समय
पर विलक्षण ज्ञान देते रहे हैं,
इति वार्ता.
(18-06-2020)
- राम चन्द्र शुक्ल
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