एक ऐसा मामला सामने आया हैं कि जिससे हर देशवासी का सिर शर्म से झुक जाना चाहिए कि हमारे समाजिक चरित्र का इतना अधिक पतन हो चुका है. मामला ट्रेनिंग और इवेंट में भाग लेने के लिए स्लोवेनिया गई भारतीय टीम के कोच आर. के. शर्मा का एक महिला साइक्लिस्ट के साथ अनुचित व्यवहार का है. भारतीय टीम में पांच पुरुष और एक महिला साइकिल चालक शामिल हैं और पूर्व कार्यक्रम के अनुसार उन्हें 14 जून को स्लोवेनिया से वापस लौटना था.
भारत की टॉप महिला साइक्लिस्ट ने कोच आर. के. शर्मा पर आरोप लगाया है कि देश के मुख्य राष्ट्रीय टीम के कोच आर. के. शर्मा उसके कमरे में ज़बरदस्ती घुस आये और कहा कि वह उसे ‘पोस्ट ट्रेनिंग मैसेज’ देने आये हैं और महिला साइक्लिस्ट को अपनी तरफ़ खींचते हुऐ उसे अपने साथ रात बिताने के लिए कहने लगे.महिला साइक्लिस्ट और कोच इन दिनों स्लोवीनिया में है जो एशियाई साइक्लिंग चैम्पियनशिप की तैयारियों के लिए वहां गये हुए हैं.
महिला साइक्लिस्ट ने यह भी आरोप लगाया है कि कोच ने उनसे उनकी पत्नी की तरह व्यवहार करने के लिए कहा है. जब महिला साइक्लिस्ट ने इसका प्रतिरोध किया तो कोच ने धमकी दी कि वह उसका करियर बर्बाद कर देगा और उसका नाम नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस से निकाल देगा और वह सड़कों पर सब्ज़ियां बेचेगी.
इस पर वह महिला साइक्लिस्ट ने तय किया कि वह ट्रेनिंग कैंप को छोड़कर वापस भारत जा रही हैं तो बेशर्म कोच ने उस लड़की के घरवालों को फ़ोन कर कहा कि इसकी शादी कर दे क्योंकि लड़की का स्पोर्ट्स में कोई भविष्य नहीं है.
स्पोर्ट्स अथारिटी ऑफ इंडिया (साई) ने लड़की की शिकायत मिलने की पुष्टि की है, जो उसने गत सोमवार को ई-मेल से भेजी थी. साई के प्रवक्ता ने कहा कि लड़की की सुरक्षा के दृष्टिगत उसे तत्काल भारत लाया जा रहा है और मामले की जांच के लिए एक कमेटी बनाई जा रही है, जो पूरी तहक़ीक़ात करेगी और उसकी रिपोर्ट के मुताबिक़ शीघ्रातिशीघ्र कार्रवाई की जायेगी.
अखिल भारतीय साइक्लिंग फ़ेडरेशन ने कहा है कि वह पूरी तरह शिकायत कर्ता के साथ है और अपनी तरफ़ से भी वह मामले की जांच करेंगे. विदित हो कि यह पहली बार नहीं है कि जब महिला खिलाड़ियों ने कोच की ऐसी शिकायत की है. पहले भी हम कोच द्वारा महिला खिलाड़ियों के यौन उत्पीड़न की शिकायत सुनते आये हैं.
अब सवाल यह है कि क्या हमारी पुरूष मानसिकता इस क़दर गिर चुकी हैं कि हम देश का नाम रोशन करने वाली महिला खिलाड़ियों को भी नहीं बख्शते और उनकी कड़ी मेहनत व कैरियर को बर्बाद कर सकते हैं कि यदि वह कोच की घिनौनी मांगों को मानने से इंकार कर दे.
हम सभी जानते हैं कि स्पोर्ट्स में करियर बनाने वाले ज़्यादातर खिलाड़ी मध्यम व निम्न आय वर्ग के परिवारों से आते हैं, जो अपने बेहतर भविष्य व देश के लिए पदक जीत कर लाने के लिए कठोर साधना करते हैं. पर यदि उन्हें शर्मा जैसे कोच मिल जाये तो उनके सारे सपने, देश की उम्मीदें और उनकी वर्षों की मेहनत एक झटके में मिट्टी में मिल जाती हैं.
मेरा मानना है कि लड़की की शिकायत पर ‘साई’ को गंभीर होते हुए उस कोच को तत्काल वापस बुला लेना चाहिये और जब तक जांच पूरी न हो तब तक उन्हें सभी ज़िम्मेदारियों से मुक्त रखा जाये क्योंकि यह देश के मान सम्मान के साथ-साथ सभी महिलाओं के सम्मान का भी मामला है.
एक पुरूष व बेटियो के पिता होने के नाते मैं इस तरह के प्रकरणों पर हमेशा शर्मिंदगी महसूस करता हूं और अपनी बेबसी पर दुःखी हो जाता हूं कि हम किस समाज व संस्कृति को ढो रहे है ! बहरहाल, भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) ने ट्रेनिंग और इवेंट में भाग लेने के लिए स्लोवेनिया गई पूरी भारतीय टीम को वापस बुलाने का फैसला किया है. दावा किया जा रहा है कि स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने आर. के. शर्मा का कांट्रेक्ट रद्द कर दिया है और उनके खिलाफ अगर आरोप साबित हुए तो सख्त कदम उठाए जाएंगे.
- आर. के. जैन
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