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हिटलर ने गोली मारकर नहीं सायनाइड खाकर किया था आत्महत्या

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हिटलर की मौत को लेकर एक आम अफवाह फैलाया गया है कि हिटलर ने अंतिम वक्त में पराजय को देखकर अपने कनपट्टी में गोली मारकर आत्महत्या कर लिया था और उसकी नवविवाहिता पत्नी ईवा ने भी खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. हिटलर के प्रति यह अवधारणा हिटलर को लौहपुरूष, साहसी योद्धा आदि साबित करने के लिए कुछ नाजी जर्मन ने तो बहुलांश पश्चिमी मीडिया ने कुप्रचारित किया है. जबकि ऐतिहासिक तथ्य कुछ और ही जाहिर करते हैं.

सोवियत संघ द्वारा बनाई गई एक फिल्म में हिटलर के अंतिम वक्त का फिल्मांकन बेहतर तरीके से किया है. इस फिल्म के अनुसार ईवा के साथ अपनी विवाह के बाद हिटलर अपने जनरलों से मिलते हैं और मौन इशारों में बातें करते हुए अपने बंकर के एक कक्ष में प्रवेश करते हैं, जहां उसकी नवविवाहिता पत्नी ईवा उसका इंतजार कर रही होती है. हिटलर ईवा की ओर जाने से पहले एक अलमीरा से एक बोतल निकालता है और उसको लेकर ईवा की ओर बढ़ जाता है.

ईवा हिटलर के इरादों को तत्काल समझ जाती है, इसलिए वह भयभीत होकर तेजी से पीछे की ओर हटती है. लेकिन हिटलर उसे पकड़कर जबरदस्ती उसके मूंह में सायनाइड डाल देता है, जिससे वह तत्क्षण मर जाती है. अपनी नवविवाहिता पत्नी की हत्या करने के बाद हिटलर उसकी लाश को एक टेबल पर लिटा कर उसके बगल में एक कुर्सी पर बैठ जाता है और एक रिवाल्वर निकालकर अपने को मारने के लिए तानता है, लेकिन कायर हिटलर को रिवाल्वर चलाने का भी हिम्मत नहीं होता है, तब वह भी खुद सायनाइड खा लेता है और मर जाता है.

बाहर खड़ा जनरल आपस में बात करता है कि ‘अभी तक अंदर से गोली चलने की अवाज नहीं आई है. हम चाहते हैं कि हिटलर सायनाइड से नहीं एक सैनिक की भांति गोली से आत्महत्या करें.’ इसलिए उस जनरल ने एक दूसरे जनरल को आदेश देता है कि जाओ जाकर देखो. वह जनरल हिटलर के कक्ष में प्रवेश करता है, तब वहां से गोली चलने की आवाज आती है. वह जनरल बाहर निकलकर आता है और कहता है कि हिटलर ने खुद को गोली मार लिया.

यह एक ऐसी सच्चाई लगती है, जो हिटलर जैसे कायर व्यक्तिगत पर सटीक बैठता भी है. एक हत्यारा कभी साहसी हो भी नहीं सकता है. अपनी ही पत्नी का हत्यारा हिटलर में भला इतना साहस कहां से आयेगा कि वह खुद का खात्मा एक सैनिक की भांति गोली मारकर कर सकें ? लेकिन बाद में इन जनरलों ने हिटलर की बहादुरी को दर्शाने के लिए एक झूठी कहानी गढ़ी, और पश्चिमी मीडिया ने इसे जोरशोर से प्रचारित किया और दुनिया में एक मिथक कायम हो गया. यहां हम उस फिल्म का एक क्लिप पेश कर रहे हैं –

फिल्म का यह क्लिप साफ दर्शाता है कि एक हत्यारा हमेशा कायर होता है और

 

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