दलितों पर हमले की बारदात इन दिनों काफी तेज गति से बढ़ रही है. पिछले दिनों पटना के पालीगंज में रविदास जयंती के अवसर पर यादव जाति के असामाजिक तत्वों ने चमार जाति के समुदाय पर जमकर हमला किया तो अब पटना के ही शाहपुर थाना क्षेत्र में अम्बेडकर जयंती मनाते चमार जाति के समुदायों पर हमले किये. इसमें एक कॉमन फैक्ट जो देखने को मिलता है वह है असामाजिक तत्वों के साथ पुलिस की मिलीभगत या लापरवाही.
अभी पटना जिला के दानापुर अनुमंडल अन्तर्गत शाहपुर थाना के दियारा क्षेत्र के मकसुदपुर गांव में अम्बेडकर जयंती को लेकर दो पक्षों में हुए विवाद में एक दलित नवयुवक की हत्या और अन्य तीन घायल हो गये हैं, जिसमें से एक महिला हैं, पर ‘लोकतांत्रिक जन पहल’ ने 3 मई को जांच रिपोर्ट जारी किया है, इस ग्राउण्ड रिपोर्ट को तैयार किया है वरिष्ठ समाजिक कार्यकर्ता सुधा वर्गीज, वरिष्ठ अधिवक्ता और सामाजिक कार्यकर्ता अशोक कुमार, वरिष्ठ अधिवक्ता और सामाजिक कार्यकर्ता मणिलाल ने.
रिपोर्ट के अनुसार, दिनांक-19 अप्रैल, 2024 को स्थानीय अखबारों से सूचना मिली कि पटना जिला के दानापुर अनुमंडल अन्तर्गत शाहपुर थाना के तहत दियारा क्षेत्र के पतलापुर ग्राम पंचायत के मकसुदपुर गांव में दो पक्षों के विवाद में हुए हमले में एक दलित युवक विक्रम कुमार, उम्र-8 वर्ष, की गोली लगने से मौत हो गई और अन्य 3 दलित व्यक्ति घायल हुए जिसमें एक महिला हैं. सूचना पाकर लोकतांत्रिक जन पहल की एक टीम जिसमें जानी-मानी वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्त्ता सुधा वर्गीज, अधिवक्ता व वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्त्ता, मणि लाल और वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्त्ता व अधिवक्ता अशोक कुमार शामिल थे.
टीम ने दिनांक-19.04.2024 को शाम 4 बजे के करीब घटना स्थल का दौरा किया. घटना स्थल मकसुदपुर गांव शाहपुर थाना से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित है और दानापुर से घटनास्थल तक पहुंचने का रास्ता बहुत दुरूह है. कच्ची-पक्की सड़कें हैं और दियारा क्षेत्र में जाने के लिए एकमात्र पीपा पुल वो भी काफी जर्जर अवस्था में है. पुलिस नियंत्रण की दृष्टि से घटना स्थल काफी दूर और अलग-थलग जगह पर अवस्थित है. नतीजा है कि थाने की सामान्य गतिविधि और चौकसी भी इस इलाके में नहीं होती है.
टीम ने घटना स्थल पर उपस्थित ग्रामीणों से घटना के संदर्भ में बातचीत किया. बातचीत के क्रम में रविदास टोला (चमर टोली) के संजय कुमार राय, पिता-पुकार राम जो वर्तमान में पतलापुर ग्राम पंचायत के वार्ड नं०-3 के वार्ड सदस्य भी हैं, ने बताया कि दिनांक- 14.04.2024 को रात्री में बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर की जयंती दलित समुदाय के लोगों के द्वारा केक काट कर मनाने की योजना थी. बाबा साहेब की जयंती मनाने के लिए हम दलित लोगों के अलावे गांव के अन्य पक्ष के लोग भी सहमत थे.
गौरतलब हो कि घटित घटनास्थल पर जो दलित टोले में अवस्थित अनुसुचित जाति प्राथमिक विद्यालय मकसुदपुर के गेट के समीप चाहरदीवारी से सटे रोड के किनारे उत्तर दिशा में रोड पर है, बाबा साहेब की मूर्ति स्थापित करने की योजना थी. जांच टीम के सदस्यों
ने भी देखा कि उक्त विद्यालय के चाहरदीवारी के सटे सड़क के चाट पर चार पीलर हेतु पाइलिंग करके छड़ डाला हुआ था.
संजय कुमार राम ने बताया कि चूंकि बाबा साहेब की जयंती 14 अप्रैल, 2024 की रात्रि में केक काट कर मनाने की तैयारी सुबह से ही चल रही थी. दलित टोले के लोगों पर बगल में यादव टोले के नवयुवकों के द्वारा बाबा साहेब के संबंध में छींटाकसी एवं आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया गया, जिसका विरोध दलित टोले के युवकों द्वारा किया गया. इसी क्रम में दलित टोले के नवयुवकों और यादव टोले के कुछ नवयुवकों के बीच हुए विवाद एवं गाली-गलौज की घटना को दलित टोला के एक-दो युवकों के द्वारा मोबाइल से वीडियो बना लिया गया, जिससे यादव टोले के लोगों का काफी विरोध था.
दोनों पक्षों के संजीदा लोगों द्वारा इस घटना और विवाद को समझा-बुझाकर शांत करा दिया गया. दोनों पक्षों में सहमति हुई कि बाबा साहेब की जयंती के अवसर पर रात में केक काटा जायेगा. इसी क्रम में दलित टोला के लोगों एवं अन्य लोगों ने रात्रि में जयंती मनाने की तैयारी के क्रम में लाइटिंग की व्यवस्था की थी. लेकिन जब सभी लोग एक साथ जयंती मनाने हेतु इकट्ठा हुए तभी यादव टोले में स्थित बिजली का ट्रांसफार्मर जिसको यादव टोले के कुछ उपद्रवी एवं असामाजिक तत्वों के लोगों द्वारा ट्रांसफार्मर का चेंजर गिरा कर लाइन काट दिया.
जयंती मनाने के ऐन मौके पर बिजली काट दिए जाने के कारण जयंति कार्यक्रम में व्यवधान पैदा हुआ और जिससे दलित टोले के नवयुवक काफी रोष में आ गए और तत्काल ट्रांसफार्मर के चेंजर को जाकर उठा दिया जिससे पुनः बिजली बहाल हो गई और सभी पुन: जयंती मनाने हेतु केक काटने की अंतिम प्रक्रिया प्रारंभ करने ही वाले थे कि दुबारा फिर से जयंती कार्यक्रम बाधित करने के उद्देश्य से ट्रांसफार्मर के चेंजर को गिरा दिया, जिससे दुबारा बिजली कट गई और कार्यक्रम में काफी व्यवधान पैदा हो गया.
इसी मामले को लेकर दोनों पक्षों में काफी तीखी बहसें हुई और गाली-गलौज भी किया गया. उसके साथ ही दलितों से संबंधित अमर्यादित एवं जाति सूचक शब्दों का प्रयोग किया गया. इसको लेकर दोनों पक्षों में काफी तनाव हो गया. तत्काल में बाबा साहब की जयंती को किसी तरह मनाया गया. दोनों पक्ष के समझदार बुजुर्ग लोगों द्वारा मामले को समझा-बुझाकर शांत करने की कोशिश की गई और तत्काल शांति कायम हो गई लेकिन दोनों पक्षों के बीच तनाव कायम रहा.
दिनांक-15.04.2024 को 8 बजे लगभग सुबह में यादव टोले के कुछ नवयुवकों द्वारा दलित टोला के समीप अवस्थित समुदायिक भवन के पास आकर फिर से गाली-गलौज एवं अमर्यादित भाषा एवं धमकी दिया गया जिससे दलित टोला के लोगों के बीच आक्रोश और बढ़ गया, लेकिन दोनों समुदाय के शुभचिंतकों के द्वारा समझा-बुझाकर मामले को फिर से शांत किया गया. इसके बाद 15.04.2024 को उपरी तौर पर दोनों पक्षों के बीच शांति दिख रही थी किन्तु आंतरिक तौर पर तनाव और गुस्सा व्याप्त था.
दिनांक – 16.04.2024 का सुबह 8-9 बजे करीब यादव टोले के कुछ नवयुवकों एवं महिलाओं ने लाठी-डंडा लेकर दलित टोले पर हमला कर दिया, उपस्थित नवयुवकों और महिलाओं को लाठी-डंडे से मारपीट किया गया और गाली-गलौज किया गया, जिसका मोबाईल से दलित टोले के एक-दो युवकों ने जिसमें विशाल कुमार, उम्र – 15 वर्ष लगभग, पिता-निरंजन राम भी शामिल था और घटना का वीडियो रिकार्डिग कर लिया. इस घटना को लेकर दोनों पक्षों में काफी तनाव एवं रोष बढ़ता चला गया. इसके बावजूद भी 16.04.2024 को कोई गंभीर हिंसक घटना नहीं हुई थी.
दिनांक – 17.04.2024 को दलित टोले का एक छात्र विशाल कुमार जब सुबह में 9.30 के आसपास बगल के बाजार स्थित नीजी ट्यूशन सेंटर पर पढ़ने गया हुआ था. ट्यूशन से लौटने के क्रम में हैवसपुर टोला के समीप यादव टोला के कुछ नवयुवकों जिसमें 1. मुन्ना कुमार, पिता-हरिशंकर राम, 2. अनिश कुमार, पिता- अनंत कुमार राय एवं 3. राहुल कुमार, विजय राय सभी निवासी-मकसुदपुर, यादव टोला के द्वारा विशाल कुमार, उम्र-15 वर्ष, पिता-निरंजन राम के साथ रास्ते में घेरकर मारपीट की गई और उसका मोबाइल छिन लिया गया और घटना से संबंधित रिकार्डिंग को डिलिट करने की कोशिश की गई और विशाल कुमार से मोबाइल छिनने के लिए हाथापाई होने लगी. विशाल कुमार उन लोगों से अपना मोबाईल वापस लेने में सफल हो गया.
विशाल कुमार के घर लौटने के कुछ देर बाद यादव टोले के कुछ उपद्रवी लोगों द्वारा जिसमें 1. अरूण कुमार, पिता-मन्टु राय, 2. जितेन्द्र कुमार, पिता-श्यामबाबु राय, 3. मुन्ना कुमार, पिता-हरिशंकर राय, 4. मोहन कुमार, पिता-हरिशंकर राय, 5. करमू राय, पित्ता- अज्ञात सहित महिलाओं का हुजुम दलित टोला पर चढ़कर हमला कर दिया. इससे काफी अफरा-तफरी मच गयी और बचाव की मुद्रा में दलित टोले के सभी लोग इधर-उधर भागने लगे.
हमलावरों ने इस क्रम में जो मिला उसके साथ लाठी-डंडे से मारपीट किया और गाली-गलौज के साथ बर्बाद कर देने की धमकी दी. इस घटना से दलित टोलों के लोग काफी डर गए और किसी तरह अपने बचाव में सबसे पहले शाहपुर थाना में फोन करके घटना की सूचना दी, लेकिन थाना ने जब तत्काल कोई संज्ञान लेने की पहल नहीं की और पुन: हमले एवं मारपीट की संभावना बढ़ती गई तब दलित टोला के कुछ युवकों और निवासियों ने लगभग 10-11 की संख्या में लगभग 3 बजे दिन में दिनांक-17.04.2024 को शाहपुर थाना के लिए चल दिया.
सभी लोग लगभग 4 बजे के आसपास थाना पर पहुंचे और अपनी आपबीती सुनाई लेकिन थानेदार और उपस्थित पुलिस पदाधिकारियों
ने उनलोगों को डांट व फटकार कर जबरदस्ती भगा रहा था, तभी लोगों ने कहा कि आप अभी चलिए, नहीं तो कोई भी अप्रिय घटना अथवा हत्या की वारदात हो सकती है. इसके बावजूद थानेदार ने जोर-जबरदस्ती करके उनलोगों को भगा दिया और पुलिस द्वारा कहा गया कि कल यानि दूसरे दिन 18.04.2024 को आयेंगे. उनलोगों का लिखित आवेदन रख लिया लेकिन उसका प्राप्ति नहीं दिया गया.
थाने में गए दलित टोलों के समूह रात्रि में करीब 8.30 बजे वापस लौटे. तब तक मकसुदपुर गांव में यह बात फैल चुकी थी कि दलित टोले के लोग मुकदमा दर्ज कराने के लिए थाने गए हैं. इसलिए इनलोगों के वापस लौटने की खबर फैलते ही दूसर पक्ष के लोगों द्वारा लाठी-डंडा, हरवे-हथियार लेकर दलित टोले पर हमला करने की नियत से आ गए. रात्री में एक बार फिर दोनों पक्ष में जमकर कहासुनी, गाली- गलौज हुई. इसी क्रम में पत्थरबाजी शुरू हो गई.
लाठी-डंडे से हमला जारी था कि इसी बीच यादव टोले के तरफ से किसी ने गोली चलायी जिससे एक नवयुवक बिक्रम कुमार, उम्र-17 वर्ष जो 3 दिन पूर्व गुजरात के सुरत शहर से कमा कर घर आया था और अम्बेडकर जयंती कार्यक्रम में सक्रिय था, को गोली लग गई. गोली लगते ही बिक्रम लहुलुहान होकर गिर गया. गोली लगते ही दलित टोले के लोगों में हाहाकार मच गया और रोने-चिल्लाने लगे और लोग इधर-उधर भागने लगे. इसी बीच यादव टोले के लोग पथराव करते उल्टे पांव भागे.
गोली से घायल नवयुवक विक्रम को दलित टोलों के लोगों ने मोटर साईकिल पर रखकर दानापुर अनुमंडल अस्पताल ला ही रहे थे कि रास्ते में ही उसकी मौत हो गई और अस्पताल पहुंचने के बाद उसे डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. घटना के तत्काल बाद दलित टोले के लोगों ने शाहपुर थाना में फोन करके तुरंत आने की प्रार्थना की किन्तु पुलिस ने कोई पहल करने की कोशिश नहीं की, लेकिन जब पुलिस को पता चला कि इसमें गोली लगने से एक दलित युवक की हत्या हो गई है, तब घटना के 3-4 घंटे बाद पुलिस मौके वारदात के गांव मकसुदपुर पहुंची. तब तक हमलावर घटना स्थल से भाग चुके थे.
इस घटना में लाठी-डंडे और पथराव के चलते तीन व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुआ जिसमें एक महिला भी हैं. उक्त घटना में गंभीर रूप से घायल दो लोग क्रमशः 1. उदय कुमार, उम्र-16 वर्ष, पिता-संतोष राम, 2. गोलु कुमार, उम्र-18 वर्ष, पिता-विरेन्द्र राम का ईलाज पीएमसीएच, पटना में चल रहा है और शेष हल्के जख्मी लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. इस घटना में दर्ज शाहपुर थाना कांड संख्या-147/2024 दिनांक-18.04.2024 के अनुसार प्राथमिकी में कुल 18 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है, जिसका नाम क्रमश: –
- राम आहार राय, पिता-स्व. प्रेमहार राय,
- विक्की कुमार, पिता-मिथलेश राय,
- अरूण कुमार, पिता-मंदु राय,
- अवधेश राय, पिता-स्व. प्रेमहार राय,
- सुनील कुमार, पित्ता-राम आहार राय,
- श्यामबाबु राय, पित्ता-स्व. शिवनाथ राय,
- गोलु कुमार, पिता-अनत राय,
- रामाशंकर राय, पिता-स्व. राजाराय,
- राज किशोर कुमार, पिता-रामाशंकर राय,
- ब्रिजकिशोर कुमार, पिता-रामाशंकर राय,
- मुन्ना कुमार, पिता-हरिशंकर राय,
- मोहन कुमार, पिता-हरिशंकर राय,
- कृष्णा राय, पिता-हरिशंकर राय,
- जितेन्द्र कुमार, पिता- श्यामबाबु राय,
- गुलेटन राय, पिता-करमु राय,
- अंकज कुमार, पिता-राम आहार राय,
- सुपन राय, पिता-स्व. जोहार राय एवं
- गुड्डु राय, पिता-स्व. शिवनाथ राय सभी साकिनात-मकसुदपुर, थाना-शाहपुर, जिला-पटना है.
उक्त प्राथमिकी के सभी नामजद अभियुक्तों के खिलाफ पुलिस ने भारतीय दंड विधान की धाराएं – 147, 148, 149, 134, 323, 307, 302, 338, 504, 506 (IPC & 27 Arms Act एवं 3(1)(r)(s)/3(2)(va)(v) SC/ST Prevention of Atrocities Act के तहत् अपराध अंकित किया है. उपरोक्त मुकदमा विशिष्ट न्यायाधीश, एस. सी./एस. टी. कोर्ट, व्यवहार न्यायालय, पटना के समक्ष विचाराधीन है और उक्त मुकदमा में अब तक 4 नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी हो चुकी है शेष नामजद अभियुक्त फरार चल रहे हैं.
निष्कर्ष :
- यह घटना दलितों के खिलाफ समाज में व्याप्त ऐतिहासिक भेदभाव, गुलाम बनाकर रखने और स्थानीय सामाजिक सत्ता संरचना में अपना वर्चस्व एवं जातीय सर्वोच्चता कायम रखने के लिए स्थानीय दबंग समुदाय के हिंसक प्रवृति का परिणाम है.
- मौजुदा समय में बिहार में लोकसभा का चुनाव जारी है. ऐसी परिस्थिति में दलितों के खिलाफ हिंसा के प्रति राजनीतिक उदासीनता समाज और राजनीति के गंभीर संकट को दर्शाता है. कतिपय राजनीतिज्ञों के द्वारा वोट की राजनीति के तहत कुटनीति के तौर पर इस घटना के प्रति घड़ियाली आंसु बहाना निंदनीय है.
- इस घटना के लिए पूरी तरह से जिम्मेवार शाहपुर थाना के अधिकारी हैं. यदि थाना अधिकारी, दलित टोले के लोग जब घटना के संबंध में सूचना देते हुए घटना की गंभीरता को बताते हुए पुलिस से तुरंत घटना स्थल पर चलने का आग्रह किया था, यदि उनकी बात मान ली जाती, तो इस हिंसक वारदात से बचा जा सकता था.
- शाहपुर थाना से घटना स्थल जो दियारा क्षेत्र में स्थित है, वह थाना से काफी दूर है और आने-जाने का रास्ता भी दुरूह है. उस इलाके में इस तरह की घटनाएं न हो इसके लिए जरूरी है कि एक अलग से पुलिस चौकी स्थापित की जाए.
- इस घटना के बाद दानापुर क्षेत्र के विधायक, पाटलिपुत्रा के सांसद, जिला परिषद् के सदस्य, पंचायत के मुखिया और सरपंच तथा मौजूदा लोकसभा आम चुनाव 2024 में चर्चित प्रत्याशियों में से कोई भी पीड़ितों से मिलने और उनको न्याय दिलाने के लिए आवाज नहीं उठाया.
इसलिए, लोकतांत्रिक जन पहल अनुशंसा करता है कि –
- हत्या और हिंसा की घटना में शामिल सभी अपराधियों की अविलम्ब सजा सुनिश्चित की जाए.
- दलित टोलों के सुरक्षा की गारंटी की जाए.
- शाहपुर थाना के लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए.
- घटना स्थल से नजदीक एक पुलिस चौकी स्थापित किया जाए.
- दियारा क्षेत्रों में अपराध पर नियंत्रण के लिए आवागमन के लिए सुगम व्यवस्था अत्यंत जरुरी है. इस दिशा में शीघ्र कार्रवाई की जाए. इस जिले में विधायक और सांसदों का यह कर्त्तव्य है कि अपने निधि से इस दिशा में पहल करे.
- अनुसूचित जाति /जनजाति अत्याचार अधिनियम के तहत् दी जानेवाली सुविधा पीड़ित एवं पीड़ितों के परिजनों को तुरंत मुहैया करायी जाए.
Read Also –
[ प्रतिभा एक डायरी स्वतंत्र ब्लाॅग है. इसे नियमित पढ़ने के लिए सब्सक्राईब करें. प्रकाशित ब्लाॅग पर आपकी प्रतिक्रिया अपेक्षित है. प्रतिभा एक डायरी से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक और गूगल प्लस पर ज्वॉइन करें, ट्विटर हैण्डल पर फॉलो करे… एवं ‘मोबाईल एप ‘डाऊनलोड करें ]