भगवान के नाम पर
मन्दिरों-मस्जिदों
मजारों, पीरों, कब्रों
नदियों, कुओं और तालाबों को
खोदा जा रहा है पाताल तक
अगली बार खोदा जायेगा अंतरिक्ष को
सूरज, चांद, सितारों के नाम और स्थान बदले जाएंगे
देवताओं/ पैगंबरों और ईश्वरों की
लोकेशन चैक की जाएगी
परिवार-पहचान-पत्र जारी किए जाएंगे
किनारे पर
घात लगाए बैठे हैं मछुआरे
धर्म, संस्कृति और इतिहास का जाल
फेंक दिया गया है देश की नदियों में
भोली-भाली शरीफ़ मछलियां
नहीं जानती मछुआरों का इतिहास
मछुआरों के पेट में कूद रहे हैं चूहें
मुंह में भर आया है पानी
चूल्हे में आग जला दी गई है !
चारों तरफ धुआं ही धुआं है !!
- जयपाल
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