Home कविताएं जो ना पूछे आपको, पूछो ना उसके बाप को

जो ना पूछे आपको, पूछो ना उसके बाप को

0 second read
0
0
406

खाद के लिए भीखमंगों की तरह
लाइन मे लगा दिया किसानों को
ये इनकी कुन्ठा है इससे ये खुश होते हैं
बीज के लिए भी लाईन मे लगा करोगे
फसल बेचने के लिए भी लाईन मे
रुको थोडा डीजल भी राशन पर मिला करेगा
तुम्हारे साथ ऐसा ही होना चाहिए
क्योन्कि किसान तो बार्डर पर बैठ कर
अपने हक के लिए लड़ रहा है
आप तो जाट हो गुज्जर हो अहीर हो
सैणी हो काम्बोज हो मीणा हो
और फिर आप हिन्दू मुस्लिम हो
आप जाट नान जाट हो
आप यादव और नान यादव हो
आप सिख नान सिख हो
कहने को बहुत कुछ है

आप को चाहिए
पाकिस्तान, मुस्लिम, जाट पर डिबेट
रोजगार, सेहत, शिक्षा, सुरक्षा
किस चिडिया का नाम है
जो आपके बीच मे से पढ़ कर शहर चले गए
या अफसर लग गए
बाकी तो आपका नाश चाहते ही हैं
पर ये जो मेरे जैसे आप के बीच में से गए हैं
कुछ को छोड़ कर ये भी आप के शुभ चिन्तक नहीं हैं
जो ना पूछे आपको, पूछो ना उसके बाप को

  • जगमल चहल

प्रतिभा एक डायरी स्वतंत्र ब्लाॅग है. इसे नियमित पढ़ने के लिए सब्सक्राईब करें. प्रकाशित ब्लाॅग पर आपकी प्रतिक्रिया अपेक्षित है. प्रतिभा एक डायरी से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक और गूगल प्लस पर ज्वॉइन करें, ट्विटर हैण्डल पर फॉलो करे…]

Load More Related Articles
Load More By ROHIT SHARMA
  • शातिर हत्यारे

    हत्यारे हमारे जीवन में बहुत दूर से नहीं आते हैं हमारे आसपास ही होते हैं आत्महत्या के लिए ज…
  • प्रहसन

    प्रहसन देख कर लौटते हुए सभी खुश थे किसी ने राजा में विदूषक देखा था किसी ने विदूषक में हत्य…
  • पार्वती योनि

    ऐसा क्या किया था शिव तुमने ? रची थी कौन-सी लीला ? ? ? जो इतना विख्यात हो गया तुम्हारा लिंग…
Load More In कविताएं

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also

चूहा और चूहादानी

एक चूहा एक कसाई के घर में बिल बना कर रहता था. एक दिन चूहे ने देखा कि उस कसाई और उसकी पत्नी…