अगर इस देश का संविधान
गरीबों ने बनाया होता तो
सबसे पहले वे रोटी पर
कानून बनाते कि कोई इसके साथ खिलवाड़ न कर सके
अगर इस देश का संविधान
मजदूरों ने बनाया होता तो
सबसे पहले वे कारखानों पर
कानून बनाते कि
अब से वे इसके मालिक खुद हैं
अगर इस देश का संविधान
किसानों ने बनाया होता तो
सबसे पहले वे खेतों पर कानून बनाते कि
इसे सब मे बराबर-बराबर बांट दिया जाए
अगर इस देश का संविधान
औरतों ने बनाया होता तो
सबसे पहले वे अपनी आज़ादी पर
कानून बनाती कि
अब वे स्वतंत्र है
अपने फैसले लेने के लिए
पर अफसोस इन में से कोई भी नहीं था
संविधान बनाने वालो में
बस जुटे थे लुट-पाट कर खाने वाले
जिन्होने सबसे पहला ही कानून बनाया
कैसे इस देश पर शासन किया जाय !
लोकतंत्र के नाम पर
तानाशाही कायम किया जाय !
ताकि उन पर उंगली उठाने वालों को
देशद्रोही ठहराया जा सके !
अपने फायदे के लिए
मन में जो आए
वो कानून बनाया जा सके ताकि
अंग्रेजों के लूटने के बाद भी
इस देश में बहुत कुछ बचा है
उसे भी लूटा जा सके !
- विनोद शंकर
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