'यदि आप गरीबी, भुखमरी के विरुद्ध आवाज उठाएंगे तो आप अर्बन नक्सल कहे जायेंगे. यदि आप अल्पसंख्यकों के दमन के विरुद्ध बोलेंगे तो आतंकवादी कहे जायेंगे. यदि आप दलित उत्पीड़न, जाति, छुआछूत पर बोलेंगे तो भीमटे कहे जायेंगे. यदि जल, जंगल, जमीन की बात करेंगे तो माओवादी कहे जायेंगे. और यदि आप इनमें से कुछ नहीं कहे जाते हैं तो यकीं मानिये आप एक मुर्दा इंसान हैं.' - आभा शुक्ला
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लघुकथा

देश की बहुसंख्यक जनता मोदी सरकार के कारनामे से अनजान

आज एक इलाहाबादी चचा मिल गए. माथे पर चन्दन लगाए, पान खाए एकदम भौकाल टाइट. इलाहाबाद के एक अस्पताल में गार्ड हैं. थोड़ी बहुत जान-पहचान और हालचाल हुई. इसके बाद अचानक यूं ही बोले, ‘इस बार किसका माहौल है ?’ हमने कहा, ‘आप बताइए किसे आना चाहिए ?’ चचा बोले, ‘माहौल तो बहुत टाइट लग रहा है लेकिन मुझे लगता …

इंजीनियर का जोकर

एक बेराजगार इंजीनियर काफी दिनों से नौकरी तलाश रहा था, पर नौकरी उस लड़की की तरह व्यवहार कर रही थी जो क्लास के सभी लड़को को डेट कर चुकी थी लेकिन सिर्फ उसी से कतरा रही थी. उसके साथ के सारे एमबीए, एमसीए जॉब पर लग चुके थे लेकिन उसे हर जगह से ठुकराया जा चुका था. मां बाप ने …

ईश्वर और किसान

ईश्वर एक बार एक किसान से मिले. उससे उसके दुख-दर्द पूछने लगे. उसने कुछ बताए कुछ नहीं बताए. शाम, रात में बदल रही थी. उसके यहां भोजन बन चुका था. किसान ने कहा – ‘आइए भोजन कीजिए. पत्नी ने आपकी थाली भी तैयार कर दी है.’ मेथी की भाजी और मक्के की रोटी की सुगंध भूख बढ़ाने वाली थी. ईश्वर …

आज्ञाकारी गधा

एक बेहद आज्ञाकारी गधा था. जतना उस पर लादो, आराम से लदवा लेता था. धीरज किसी भी स्थिति में नहीं खोता था. बस उसे जब चाहे, टिंभो-टिंभो करने दो, इसी से वह खुश रहता था. हालांकि यह अधिकार उसे सदियों से प्राप्त था मगर उसे बताया गया था कि पहली बार यह हक हमने तुम्हें दिया है. इस अहसान से …

अक्‍लमंद, मूर्ख और गुलाम

एक गुलाम हरदम लोगों की बाट जोहता रहता था, ताकि उन्‍हें अपना दुखड़ा सुना सके. वह बस ऐसा ही था और बस इतना ही कर सकता था. एक दिन उसे एक अक्‍लमंद आदमी मिल गया. ‘मान्‍यवर !’ वह उदास स्‍वर में रोते हुए बोला, उसके गालों पर आंसुओं की धार बह चली, ‘आप जानते हैं, मैं कुत्‍ते की जिन्‍दगी जी …

महाबली का महामुंह और गिलहरी

महाबली का महामुंह हमेशा खुला रहता था. इसका कारण था. एक बाबा ने उससे कहा था कि बच्चा महाबली बनने की तेरी इच्छा एक न एक दिन जरूर पूरी होगी, मगर तुझे हर हाल में अपना मुंह हमेशा खुला रखना होगा और कम से कम 12 घंटे बड़बड़ करते रहना होगा, चाहे सुननेवाले तुझे खिसका हुआ मानें या झूठा मानें, …

अजय मोदी संवाद

आओ-आओ अजय, आओ. घबराए हुए से लग रहे हो ! सर गलती हो गई. घबराहट में पत्रकारों से कुछ ज्यादा ही नाराज हो गया. सुन रहा हूँ, मुझसे इस्तीफा माँगा जाएगा. माफी मांगने आया हूँ सर. मुझे उलटा लटका देना मगर इस्तीफा मत माँगना सर. आप मेरे माई-बाप से भी अधिक हो. आप से ज्यादा मैंने पूरे जीवन में किसी …

ओबीसी और सवर्ण जज का बहस

ओबीसी – हुज़ूर हमारा आरक्षण ख़त्म मत कीजिए. यह संवैधानिक व्यवस्था है. सवर्ण जज – लेकिन आपके पिछड़ेपन का आंकड़ा कहां है ? ओबीसी – केंद्र सरकार ने 2011-2015 में जाति जनगणना कराई थी, उनसे मांगिए. सवर्ण जज – वो हम नहीं मांगेंगे. ओबीसी – सरकार को नई जाति जनगणना करने का आदेश दीजिए. सवर्ण जज – वो हम नहीं …

‘ओ लोगों, क्या मैं इसे मार दूं ?’

वह जूडाई का गवर्नर था. जूडाई रोमन राजाओ का जीता हुआ इलाका था. साम्प्रदायिक तनाव के बीच एक अशान्त एशियन इलाका. झगड़े झंझट रोज की बात थे. रोमन सैनिक से पॉलिटिशियन तक का सफर तय करने वाले पाइलेट को, गवर्नर बने रहना रहना था. गवर्नर होने का मतलब इलाके को शांत रखो, कब्जे में बनाये रखो और ज्यादा से ज्यादा …

वामपंथियों ने इतिहास से लुप्त कर दिया एक कड़वा सच : ममी की पुकार

वामपंथियों ने इतिहास से लुप्त कर दिया एक कड़वा सच – गोरखपुर के नजदीक एएसआई की खुदाई चल रही थी. वहां एक ममी पाई गई, जो बिल्कुल मिस्री परम्परा के मुताबिक बनाई हुई थी. भारत के इतिहास में ममी का मिलना अपने आपमे एक नई घटना थी, जिससे इतिहास के नए सफहो पर प्रकाश पड़ता. चार फुट की उस ममी …

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