'यदि आप गरीबी, भुखमरी के विरुद्ध आवाज उठाएंगे तो आप अर्बन नक्सल कहे जायेंगे. यदि आप अल्पसंख्यकों के दमन के विरुद्ध बोलेंगे तो आतंकवादी कहे जायेंगे. यदि आप दलित उत्पीड़न, जाति, छुआछूत पर बोलेंगे तो भीमटे कहे जायेंगे. यदि जल, जंगल, जमीन की बात करेंगे तो माओवादी कहे जायेंगे. और यदि आप इनमें से कुछ नहीं कहे जाते हैं तो यकीं मानिये आप एक मुर्दा इंसान हैं.' - आभा शुक्ला
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लघुकथा

देश सेवा

किसी देश में दो नेता रहते थे. एक बड़ा नेता था और एक छोटा नेता था. दोनों में बड़ा प्रेम था. दोनों मिलकर देश सेवा करते थे. फिर पता नहीं क्या हुआ कि छोटा नेता, बड़े नेता से छिपा कर अकेले देश सेवा करने लगा. बहुत दिनों तक यह बात बड़े नेता को पता नहीं चली लेकिन एक दिन यह …

अवध का एक गायक और एक नवाब

उर्दू के विख्यात लेखक अब्दुल हलीम शरर की एक किताब ‘गुज़िश्ता लखनऊ’ है, जो हिंदी में पुराना लखनऊ नाम से छपी है. इस किताब में कुछ ऐसे लोगों के वाक्यात बयान किए गए हैं, जो अपने फन में, अपनी कला में माहिर थे, लाजवाब थे. एक बार अवध के नवाब ने अपने दरबारी गायक से पूछा, क्यों जी क्या अवध …

फकीर

एक राज्य का राजा मर गया. अब समस्या आ गई कि नया राजा कौन हो ? तभी महल के बाहर से एक फ़क़ीर गुजर रहा था. किसी ने सलाह दी कि इस फ़क़ीर को बना दो. न इसके कोई आगे-पीछे, यह राज्य के लिए ठीक रहेगा. फ़क़ीर को पकड़ कर लाया गया और राज्य का नया राजा घोषित कर दिया …

दलित मालिक, सवर्ण रसोईया

दलित जाति के एक युवक की नौकरी लग गई. कुछ दिन तो वो युवक अपने गांव आता जाता रहा. शादी ब्याह होने के बाद वो अपने नौकरी वाले शहर में ही व्यस्त हो गया. धीरे-धीरे उसका गांव आना जाना बिल्कुल छुट गया. उधर नौकरी मे तरक्की भी हुई और बाल बच्चे भी अच्छे स्कुल कालेज में पढ़ने लगे. गांव मे …

पागलखाना प्रसंग (लघुकथाएं)

जब पागल खाने का दरवाजा टूटा तो पागल निकाल कर इधर-उधर भागने लगे और तरह-तरह की बातें और हरकतें करने लगे. पागलखाना-प्रसंग : एक पागलखाने से भागे एक पागल ने घोषणा कर दी कि वह अमेरिका का राष्ट्रपति है. दूसरे ने घोषणा कर दी कि वह रूस का राष्ट्रपति है. तब तो पागलों में राष्ट्रपति बनने की होड़ लग गई. …

सेठ जी का पैसा

एक सेठ जी एक करोड़ रूपया नगद लेकर ट्रेन में सफर कर रहे थे. अपने आप को सुरक्षित करने के लिए उन्होंने आसपास के लोगों से कहा – ‘भैया आपके पास जो भी नगदी या जेवर हो उसे संभाल कर रखना क्योंकि अब जो इलाका आ रहा है, वहां चोरी बहुत होती है. रात को सोना मत, जागते रहना.’ आसपास …

कुम्भीपाक नर्क का दृश्य

कुम्भीपाक नर्क का दृश्य है. मार्गदर्शक जी एक कड़ाही में उबाले जा रहे थे. दर्द काफी था. बगल में देखा, लोयाहंटर कमर तक तेल में तला जा रहा था. मार्गदर्शक जी को नर्क के मैनेजर पर बड़ा गुस्सा आया. इसके करम तो मुझसे भी खराब थे. ●● पूछा- अरे, जीतेजी ऐसा क्या ही सत्कर्म कर दिया तूने, कि सिर्फ आधा …

पत्थलगड़ी

बिसराम बेदिया सब जानता है. नदी-नाला, जंगल-पहाड़ और पेड़-पौधे सबके बारे में. आप छोटानागपुर के किसी भी इलाके के किसी भी जंगल से कोई पत्ता उठाकर ले आइये और बिसराम बेदिया के सामने रख दीजिये. वह आंख बंद करेगा, पत्ते को छुएगा और ऐसे सहलाएगा जैसे कोई मां अपने नवजात बच्चे को सहला रही हो. इसके बाद आंख बंद किये …

खजाना

बाबा ने रिमजू के घर चप्पे चप्पे का मौका मुआयना किया. दीवारें कुरेद-कुरेद कर सूंघी, मिटटी को उठाकर उसे हथैली पे मसल कर कई बार जांची परखी, बरामदे में खड़े पेड़ को ऊपर से लगाकर नीचे तक सरसरी निगाह से देखा. अच्छी तरह से निरीक्षण कर लेने के बाद कोठरी में डंडी गाड़ दी. रिमजू ने पूछा – ‘क्या मामला …

डिमोशन-प्रमोशन

एक व्यक्ति ने मुसलमान के घर खाना खा लिया तो गांव के पंडित ने उसके पिताजी से कहा – ‘आपके छोटे लड़के ने मुसलमान के घर खाना खा लिया, वो मुसलमान हो गया और बडा बेटा हरिजन के घर खा लिया तो वो हरिजन हो गया. अब आपके दोनों बेटे आपके नहीं रहे. वे भ्रष्ट हो चुके हैं.’ उनके पिता …

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