मैं भी आत्महत्या करता लेकिन मैं पांचवीं माले पर नहीं जमीन पर हूं मैं फिलहाल जिस फूटपाथ पर रहता हूंं उसका किराया कभी कभार पुलिस की मार है सर्दी गर्मी बारिश जैसी आसमानी बेरुखी है मेरे बैंक खाते में भूख है, जहालत है, बीमारी है मेरे सगे संबंधियों में मेरी तरह बीमार और भूखे कुछ कुत्ते हैं मैं भारत के …
मैं भारत के भाल पर एक निर्लज और गलीज कलंक हूं
