युद्ध की बात करने से पहले परिंदों के पंख में पलते उजले-धुले, नीले आसमान को देखो ! देखो – पेड़ों के तन-मन में लहराते हरियर समुद्र को !! युद्ध की बात करने से पहले बादलों को पुकारती खेतों की उर्वर मिट्टी को देखो ! देखो – धान की बाली में मोतियों-सी चमकती ओस की बूंदों को !! युद्ध की बात …