आज ही मरना था साले को रविवार है कितना कुछ सोचा था अब मुए को ढो कर ले चलो मसान कल शनिवार था घर में कोई नहीं था मौका पाकर साला पी गया बोतल भर और लुढ़क गया कुर्सी पर बैठे बैठे ऐसा क्यों बोलते हो भाई किसी की मौत पर ऐसा नहीं कहते थोड़ा संजीदा दिखो सफेद कपड़े पहनो …