‘आज़ाद था, आज़ाद हूं, आज़ाद हीं मरूंगा । ‘आज़ाद’ की धरती पे, आज़ाद होकर रहूंगा ।। आज महान क्रान्तिकारी अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद के ये शब्द समूची जनता के हृदयपटल पर अंकित हो चुकी है. उन्होंने जो कहा वह कर दिखाया. भारत के इतिहास में ये पहला आजाद हैं, जिन्होंने आखिरी गोली तक मौत का सामना किया और उनके खून …
‘आज़ाद था, आज़ाद हूं, आज़ाद हीं रहूंगा’ – HSRA के ‘कमांडर इन चीफ’ चंद्रशेखर आज़ाद
