आषाढ़ का दूसरा पखवाड़ा आते ही सावन की चर्चा शुरू हो जाती है, जिसमें चर्चा का सबसे प्रमुख विषय होता है मांसाहारी भोजन का. आषाढ़ के अंतिम पखवाड़े में मांस खाने वाले हिन्दू मांस का भक्षण करने को अपनी पहली प्राथमिकता यह कहते हुए देते हैं कि जल्द ही सावन आने वाला है, इसलिए अधिक से अधिक मीट, मछली और …
…कांवड़िये, भाजपाई सरकार के गुंडों की बटालियन है
