'यदि आप गरीबी, भुखमरी के विरुद्ध आवाज उठाएंगे तो आप अर्बन नक्सल कहे जायेंगे. यदि आप अल्पसंख्यकों के दमन के विरुद्ध बोलेंगे तो आतंकवादी कहे जायेंगे. यदि आप दलित उत्पीड़न, जाति, छुआछूत पर बोलेंगे तो भीमटे कहे जायेंगे. यदि जल, जंगल, जमीन की बात करेंगे तो माओवादी कहे जायेंगे. और यदि आप इनमें से कुछ नहीं कहे जाते हैं तो यकीं मानिये आप एक मुर्दा इंसान हैं.' - आभा शुक्ला
Home गेस्ट ब्लॉग (page 26)

गेस्ट ब्लॉग

Featured posts

आरक्षण पर चन्द्रचूड़ : ब्राह्मणवाद जब जब संकटग्रस्त होता है, कोई बाभन अवतारी भेष में आता है

जब भी ब्राह्मणवाद संकटग्रस्त होता दिखता है, कोई बाभन नए अवतारी भेष में सामने आता है. बुद्ध की चुनौती खत्म करने बाभन शंकराचार्य आया. रैदास-कबीर की चुनौती खत्म करने तुलसीदास दुबे आया. फुले-शाहू जी की चुनौती खत्म करने बाभन तिलक आया. अंबेडकर-पेरियार की चुनौती खत्म करने बाभन हेडगेवार-गोलवरकर और उनके चेले आए. इस समय दलितों-पिछडों और आदिवासियों की बनती एकता …

कांवड़ की नहीं, ‘कलम और किताब’ उठाने की जरूरत है

बच्चे, नौजवान, बूढ़े, लड़कियां और औरतें सभी भोले भोलियां बन गई हैं. गीत, गाने, संगीत भी वैसा ही बना लिये गये हैं. इनमें से अधिकांश सूखे बदन वाले और कमजोर जिस्म वाले हैं. अधिकांश गरीबी, बेरोजगारी, अभावों और दूसरी समस्याओं से ग्रस्त हैं. इनमें से अधिकांश चप्पल वाले हैं, कम कपड़े वाले और अर्धनग्न हैं. 12-12, 14-14 साल के बच्चे-बच्चियां …

स्वामी सहजानन्द सरस्वती और किसान

होश संभालते ही जिसे योग, वैराग्य और वेदांत ने अपनी ओर खींचा, जिसे मायामय संसार छोड़ अद्वैत ब्रह्म में लीन होने की एक समय भारी साध थी; किसको पता था कि वह संसार के सबसे उपेक्षित, शिक्षा-संस्कृति में सबसे पिछड़े भारतीय किसानों को अपने पैरों पर खड़ा करने की प्रतिज्ञा लेगा ? वह एक मेधावी बालक के तौर पर शिक्षा …

संघी आंदोलन मॉडल यानी ‘सत्ता के प्रति समर्पण’ और ‘अध्यात्म के (द्वारा) नियंत्रण’

आरएसएस-भाजपाईयों के तर्कशास्त्र की यह विशेषता है कि वे किसी भी वस्तु, घटना, परंपरा, संस्कार आदि पर जब भी बातें करते हैं या उसका प्रचार करते हैं तो उसके ऐतिहासिक संदर्भ को नष्ट कर देते हैं या विकृत करते हैं या संदर्भहीन बनाते हैं. उनका तर्कशास्त्र तनाव, उन्माद और विभ्रम की सृष्टि करता है. ‘हम सब हिन्दू हैं’ के बारे …

उदासीनता अपराध से भी भयंकर होती है

‘उदासीनता बहुधा अपराध से भी भयंकर होती है.’ — प्रेमचंद उदासीनता एक चारित्रिक रोग है. संभवतः इसीलिए प्रेमचंद ने लिखा था – ‘उदासीनता बहुधा अपराध से भी भयंकर होती है.’ आपने देखा होगा पिछले दस सालों में भारत की आम जनता बहुत सारे ऐसे मुद्दों के प्रति उदासीन हो गई है, जो पहले उसके मन में तूफ़ान ला देता था. …

रजनी पाम दत्त और फासीवाद

रजनी पाम दत्त का विश्व कम्युनिस्ट आंदोलन में महत्वपूर्ण स्थान है. उन्होंने लंबे समय तक स्वाधीनता आंदोलन के दौरान भारत के कम्युनिस्ट आंदोलन में भी अग्रणी नेता के रूप में भूमिका अदा की. वे कम्युनिस्ट आंदोलन के प्रमुख सिद्धांतकार हैं. भारत इन दिनों नरेन्द्र मोदी और आरएसएस की राजनीति के मोह में जिस तरह बंधा है, उससे मुक्त होने के …

कलम का सिपाही : तीन कहानियां निजी दायरे में

1. हामिद और हमीद मुझसे चार साल बड़ी मेरी बहन जब सातवीं क्लास में पढ़ती थी तब मैं चौथी में था. उसकी हिंदी की दो अलग-अलग किताबों में मौजूद दो कहानियां हम दोनों को बहुत पसंद थीं. रेगुलर टेक्स्ट बुक में प्रेमचंद की कहानी ‘ईदगाह’ और तोप-बंदूक गोला-बारूद के चमकीले रंगीन कवर वाली ‘भारत के सच्चे सपूत’ में न जाने …

Adam’s Event : जिसने 42 हजार साल पहले नियंडरथल का सम्पूर्ण विनाश और इंसानों को बुद्धिमान बना दिया

ऑस्ट्रेलियन यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू साउथ वेल्स द्वारा पब्लिश किये गए एक रिसर्च पेपर में कहा गया कि आज से 42,000 साल पहले अर्थ पर कुछ ऐसा भयानक हुआ था, जिसमें पृथ्वी ने अपने मैगनेटिक फील्ड को एक ही झटके में खो दिया था. जिससे हुआ ये कि जो पृथ्वी अरबोंं सालों से एक स्ट्रॉंग मैगनेटिक फील्ड के कारण जीवन के …

हिन्दू ब्रेन वाशिंग और हिन्दू बोट बैंक की राजनीति

विचारणीय सवाल यह है राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और भाजपा ने हिन्दू वोट बैंक को कैसे निर्मित किया ? भारत में वोट थे, आम जनता वोट देती थी, लेकिन हिन्दू वोट बैंक जैसी कोई चीज नहीं थी. लेकिन पच्चीस साल के वैचारिक प्रचार के ज़रिए इन संगठनों ने अनुदार हिन्दू राजनीति के आधार पर नए क़िस्म की हिन्दू वोट बैंक …

रंगदारी और रंगदारी टैक्स…बिहार की पहचान है !

लालू जी जब मुख्यमंत्री थे तब हम अक्सर उन्हें निवेश आकर्षित करने वाली यात्राएं करते देखते सुनते थे. हुआ कुछ नहीं उल्टे, उनके और राबड़ी जी के पंद्रह वर्षों के शासन काल में बिजनेस के मामले में बिहार उजाड़ हो गया. 1998 में पटना से निकलने वाली मासिक पत्रिका ‘समकालीन तापमान’ की एक रिपोर्ट में मुजफ्फरपुर और पटना से व्यवसायियों …

1...252627...333Page 26 of 333

Advertisement