शोषक सत्ता का सबसे खूंखार दमनकारी चेहरा भी होता है. वह जनता का शोषण ही नहीं करता बल्कि उसकी चीख न निकल जाये इसके लिए वह उसके मूंह को कस कर बांध देना चाहता है. इससे भी आगे वह जो करता है वह और भी विभत्सकारी है. वह जनता की चीख को आनंद में बदलने के लिए बड़े-बड़े ढ़ोल नगाड़ों …
पीपुल्स मार्च : भारत के जनता की सबसे सच्ची आवाज, जिसे सत्ता ने कुचलने का हर संभव प्रयास किया
