1 जुलाई 1949 को चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने अट्ठाईस साल पूरे कर लिए हैं. एक आदमी की तरह, एक राजनीतिक पार्टी का भी बचपन, जवानी, मर्दानगी और बुढ़ापा होता है. चीन की कम्युनिस्ट पार्टी अब बच्चा या किशोर नहीं रही, बल्कि वयस्क हो गई है. जब कोई आदमी बूढ़ा हो जाता है, तो वह मर जाता है; यही बात …
माओ त्से-तुंग : जनता की लोकतांत्रिक तानाशाही पर, चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की अट्ठाईसवीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में
