असेम्बली बमकांड प्रोपगंडा इवेंट था. ऐसी योजना, जिससे नौजवान भारत सभा, HSRA और उसके विचार को चर्चा मिले. जनता के जेहन में छाये, टाकिंग पॉइंट, हॉट ईशु बन जाये. घटना से कोई हीरो निकले, जो संगठन के विचार का मैस्कॉट बन जाये. जहां जहां जाये, उस विचार का प्रसार हो. ये क्रांति का विचार था, जैसी 10 साल पहले रूस …
100 साल बाद, एक बहादुर युवक की शहादत…कायरों के लिए नफरती प्रोपगेंडे का टूल बन गई है
