कौन कहता है कि काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती ? अगर सलीके से काम लिया जाये और भारतीय जनता पार्टी वाली दिमाग और कार्यशैली हो तो काठ की हांडी की कौन कहें, कागज की हांडी या यौं कहें हवा की हांडी भी न केवल बार-बार चढ़ती है बल्कि उसमें भ्रष्टाचार की खिचड़ी भी बेमिशाल पकती है. आज से करीब …