'यदि आप गरीबी, भुखमरी के विरुद्ध आवाज उठाएंगे तो आप अर्बन नक्सल कहे जायेंगे. यदि आप अल्पसंख्यकों के दमन के विरुद्ध बोलेंगे तो आतंकवादी कहे जायेंगे. यदि आप दलित उत्पीड़न, जाति, छुआछूत पर बोलेंगे तो भीमटे कहे जायेंगे. यदि जल, जंगल, जमीन की बात करेंगे तो माओवादी कहे जायेंगे. और यदि आप इनमें से कुछ नहीं कहे जाते हैं तो यकीं मानिये आप एक मुर्दा इंसान हैं.' - आभा शुक्ला
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आम आदमी की शिक्षा के लिए देश में दो नीतियां

भारत के संविधान सहित विश्व के तमाम विकसित देशों में शिक्षा को नागरिकों के मौलिक अधिकार में शामिल किया गया है तथा शिक्षा पर बजट का 5 प्रतिशत राशि खर्च करने का न्यूनतम प्रावधान बनाया है. इसके वाबजूद धरातल पर भारत सरकार शिक्षा को नागरिकों का मौलिक अधिकार कतई नहीं मानती. यही कारण है कि एक ओर शिक्षा के बजट …

जस्टिस लोया की हत्या और हत्यारों-अपराधियों की सरकार

मुम्बई में सीबीआई की विशेष अदालत में चल रहे सोहराबुद्दीन हत्याकांड की सुनवाई कर रहे जस्टिस  बृजगोपाल हरकिशन लोया की हत्या से जुड़े सनसनीखेज समाचार को देश की दलाल मीडिया ने पूरे तीन साल तक दबाये रखा, जब तक की एक साहसी पत्रकार निरंजन टाकले ने गहरी पड़ताल के बाद उसे प्रकाशित नहीं कर दिया. निरंजन टाकले की गहरी पड़ताल …

‘पद्मावती’ पर भाजपा-कांग्रेस का पद्मासन

भारतीय इतिहास के साथ सबसे बड़ी समस्या यह है कि इसका कोई मुकम्मल लिखित इतिहास नहीं है. संभवतः पहली बार अंग्रेजों ने भारत के इतिहास को वैज्ञानिक तरीके से खोजने और लिखने का सही तरीका अपनाया था. इसके परिणामस्वरूप भारत का एक मुकम्मल इतिहास बनाने में इतिहासकारों ने पुरातत्ववेताओं और विभिन्न लिखित साहित्यों के सहारे हकीकत को कल्पना से अलग करते …

अरविन्द केजरीवाल और मोदी : दो सत्ता, दो निशाने

देश में एक साथ दो सत्ता, राजसत्ता पर आसीन हुई. केन्द्र की सत्ता पर भाजपा की ओर से नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री के पद पर और उसी केन्द्र की भाजपा सरकार के ठीक नाक के नीचे एक दूसरी सत्ता अरविन्द केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी एक आधी-अधूरी सत्ता के साथ अस्तित्व में आई. दोनों सत्ता लगभग एक साथ अस्तित्व …

मोदी सरकार के साढ़े तीन साल बाद देश

‘‘भारत सरकार का यह कदम घोर अनैतिक है. मुद्रा वैसा ही वादा करती है जैसे सिनेमा का टिकट सीट की गारंटी देता है. इस तरह के संसाधन सरकारें नहीं लोग पैदा करते हैं. भारत ने जो किया वह लोगों की सम्पत्ति की बहुत बड़ी चोरी है. मोदी सरकार ने 89 फीसदी करेंसी को एक झटके में अवैध घोषित कर दिया. …

भ्रष्टाचारियों और काले धन वाले की वैतरणी बनी भाजपा

सोशल मीडिया पर ‘‘शर्तिया इलाज’’ शीर्षक से एक पोस्ट वायरल हो रहा है, जिसके नीचे लिखा गया है – ‘‘क्या आप भ्रष्ट है ? ‘‘क्या आपने अन्य पार्टी में रहकर काला धन कमाया है ? ‘‘क्या आप काले धन वाले बिजनेस-मैन हैं ? ‘‘क्या आप पर सीबीआई की जांच चल रही है ? ‘‘क्या आप पर ईडी ने शिकंजा कस …

भाजपा की चुनावी रणनीति : मतदाताओं को धमकाने और डराने का दौर

‘‘ये भारतीय जनता पार्टी की सरकार है. ये समाजवादी की सरकार नहीं है. यहां पर तुम जाकर डीएम, एसपी से अपना काम नहीं करा सकते हो. यहां पर तुम्हारा कोई नेता, कोई नेता तुम्हारी मदद नहीं कर सकता है. खड़ंजा, नाली नगरपालिका का काम है. दूसरी भी मसीबतें तुम्हारे ऊपर आ सकती है. आज तुम्हारा कोई पैरोकार भारतीय जनता पार्टी …

लोकतंत्र की नई परिभाषा को गढ़ती भाजपा

शहडोल लोकसभा उपचुनाव के प्रचार में मध्यप्रदेश के खाद्यमंत्री ओमप्रकाश पूर्वे ने आदिवासी समुदाय को सम्बोधित करते हुए कहा कि ‘‘तुम शिवराज सिंह का नमक खाते हो, भाजपा को ही वोट करना. जो नमक का हक नहीं चुकाता, जानते हो उसे नमक हराम कहते हैं.’’ जिस सभा में राज्य खाद्य मंत्री ओम प्रकाश पूर्वे अपनी बेशर्म मूढ़ता का परिचय दे …

विश्व कारोबारी रैंकिंग: एक बार फिर केजरीवाल के सामने बौने साबित हुए मोदी

दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार दिल्ली में बिजली और पानी की सुगमता के साथ शिक्षा एवं स्वास्थ्य की समस्याओं को लेकर चुनाव लड़ी थी. प्रचंड बहुमत से दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी ने शानदार और सधे तरीके से भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ते हुए जहां बिजली-पानी की समस्याओं को फौरन हल किया तो वहीं शिक्षा और …

देश की जनता को अयोग्य-अशिक्षित बनाना चाहते हैं मोदी

‘शिक्षित जनता ही असली ताकत है’ आजादी के आन्दोलन में हर दलों की यह बुनियादी समझ थी, इसके लिए वह आम जनता के बीच रहकर उसे लगातार शिक्षित करती रहती थी. वह विश्व की राजनीतिक स्थिति और देश की जनता को जानने के लिए खुद भी लगातार अध्ययन किया करते थे. स्वयं भगत सिंह जेल में रहते हुए भी लगातार …

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