दुनिया का इतिहास गरीब, असहाय, दुःखी लोगों के खून से लिखा गया है. इस खून से इतिहास लिखने वाले हमेशा से ही समाज का वह परजीवी तबका रहा है जो हमेशा ही बेहद क्रूर, अमानवीय, हत्यारा और विश्व इतिहास में सर्वाधिक अविश्वसनीय चरित्र का है. यह परजीवी श्रम को बेहद ही घृणा की दृष्टि से देखते हैं परन्तु शोषण के …
दलित समाज का महाराष्ट्र बंद परजीवी ब्राह्मणवादी तबकों की आकांक्षा पर आघात
