“यह अजीब बात है बल्कि षड्यंत्र है कि जब शोषित लोग लड़ने लगते हैं , तब ही यह शोर हो जाता है कि हिंसा हो रही है. शोषक वर्ग की हिंसा सिर्फ ‘ला एंड आर्डर प्राब्लम’ कहलाती है . शासन की हिंसा संवैधानिक बन जाती है .” – हरिशंकर परसाई हिंसा का सबसे बड़ा पैरोकार यह शासक वर्ग अपने शोषण …
हिंसा से कौन डरता है ?
