'यदि आप गरीबी, भुखमरी के विरुद्ध आवाज उठाएंगे तो आप अर्बन नक्सल कहे जायेंगे. यदि आप अल्पसंख्यकों के दमन के विरुद्ध बोलेंगे तो आतंकवादी कहे जायेंगे. यदि आप दलित उत्पीड़न, जाति, छुआछूत पर बोलेंगे तो भीमटे कहे जायेंगे. यदि जल, जंगल, जमीन की बात करेंगे तो माओवादी कहे जायेंगे. और यदि आप इनमें से कुछ नहीं कहे जाते हैं तो यकीं मानिये आप एक मुर्दा इंसान हैं.' - आभा शुक्ला
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माओवादियों के बटालियन से मुठभेड़, 12 की मौत और आजादी की कीमत

किसी ने पूछा था कि भारत की आजादी, चीन की आजादी से दो वर्ष पहले मिल गई थी, फिर क्या वजह है कि चीन दुनिया को अपनी ऊंगलियों पर नचा रहा है और भारत दुनिया की ऊंगलियों पर नाच रहा है ? मैंने सीधा प्रतिप्रश्न किया और पूछा कि आजादी की कीमत क्या होती है ? वह चुप हो गया. …

‘मनुस्मृति’ जैसी मानवद्रोही ग्रंथ की आलोचना पर BHU के 13 छात्र गिरफ्तार, अविलम्ब बिना शर्त रिहा करने की मांग

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बात पुरानी है. उस वक्त मैं छात्र था और तब अटल बिहारी वाजपेयी भारत के प्रधानमंत्री हुआ करते थे. एक छात्र संगठन के छात्र नेताओं के कहने पर मैं भी उनके साथ पटना विश्वविद्यालय के एक कॉलेज कैम्पस में छात्रों से सम्पर्क करने गया था. कॉलेज कैम्पस में उन्होंने नारा लगाया – ‘इंकलाब’, हमने भी जोरदार जवाब दिया – ‘जिंदाबाद …

भारत की जनताना सरकार को कुचलने के लिए अमित शाह का हत्या अभियान

भारत में दो सत्ता मौजूद है और दोनों का ही अपना-अपना संविधान है. पहली सत्ता भारत सरकार है, जिसका मुखिया (प्रधानमंत्री) वर्तमान में नरेन्द्र मोदी है. दूसरी सत्ता जनताना सरकार है, जिसका वर्तमान में राष्ट्रपति महामहिम कॉ. सुजाता हैं. नरेन्द्र मोदी की सरकार मौजूदा संविधान को भी हटाकर ब्राह्मणवादी ‘मनुस्मृति’ लागू करने पर आतुर है. वहीं जनताना सरकार का अपना …

निर्माणाधीन पुल से गिरी कार मामले में अपनी नाकामी का ठीकरा सरकार ने फोड़ा गूगल मैप्स पर

बदायूं में एक दर्दनाक हादसा हुआ है, जहां एक कार निर्माणाधीन पुल से रामगंगा नदी में गिर गई, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई. यह हादसा बरेली-बदायूं सीमा पर फरीदपुर के खल्लपुर गांव के पास शनिवार देर रात 3:30 बजे हुआ था. मृतकों में दो चचेरे भाई और एक उनका दोस्त थे, जो गुरुग्राम से बरेली के फरीदपुर जा …

माओवादियों के एक साधारण प्लाटून सदस्य के साथ साक्षात्कार

मैं अपनी बात कहने के बजाय यहां एक साक्षात्कार के साथ आपका परिचय कराना चाहूंगा. यह साक्षात्कार लेने का मौका मुझे महज संयोग से प्राप्त हुआ था. यह साक्षात्कार पलामू जिले के विश्रामपुर थाना क्षेत्र में मौजूद एक क्रांतिकारी पार्टी सीपीआई (माओवादी) के एक प्लाटून सदस्य रवि से लिया था. जब साक्षात्कार लिया गया था तब सीपीआई (माओवादी) का गठन …

मोदी सरकार में ‘आपदा को अवसर’ में बदलने वाले मोदी के गुंडा गैंग एनआईए के खिलाफ जागरूक हों !

भारत की सत्ता पर काबिज मोदी सरकार ने ‘आपदा को अवसर’ में बदलने का नारा क्या दिया, सरकार के तमाम अंग ‘आपदा’ को भुनाने में लग गया. जहां आपदा नहीं है, वहां भी आपदा को पैदा कर दिया. यूं तो भारत सरकार के तमाम अंग सुप्रीम कोर्ट से लेकर सीबीआई, पुलिस, ईडी के कारनामे आये दिन खबरों की सुर्खियां बनाते …

संघियों का नया सूत्र : बलात्कार एक पवित्र कार्य, बलात्कारियों का महिमामंडन और भगत सिंह का विरोध करना

विश्वविद्यालय शिक्षण संस्थान का उच्चतम रुप होता है, जहां अंतिम तौर पर देश के भविष्य के नीति-नियंताओं को गढ़ा जाता है. यहां से निकलने वाले युवा ही भविष्य का निर्धारण करते हैं. विगत के एक दशक से विश्वविद्यालयों से जिस तरह के नीति-नियंताओं का निर्माण कर देश में डाला जा रहा है, उसकी एक झलक साफ-साफ अब दीख रही है. …

स्मार्ट मीटर पर बबाल : नीतीश सरकार जबरन लगायेगी स्मार्ट मीटर, 1 अक्टूबर को प्रदेश भर में राजद का प्रदर्शन,

स्मार्ट मीटर पर बबाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. राजद जहां स्मार्ट मीटर के खिलाफ 1 अक्टूबर से समूचे बिहार में प्रदर्शन करने की तैयारियां कर रही है, वहीं, नीतीश कुमार की सरकार स्मार्ट मीटर वाली कम्पनियों के पक्ष में सीएमडी ने सभी जिलाधिकारी को जबरन बलप्रयोग के सहारे स्मार्ट मीटर लगाने की बात कर रही है. राजद …

Gaslighting : भारतीय को मोरबी पसंद है !

‘गैस लाइटिंग (Gaslighting) – यह शब्द साल 2022 के वर्ड ऑफ द इयर (Word of The Year) है. यह कोई नया शब्द नहीं है, इसकी खोज करीब 80 साल पहले हुई थी लेकिन इसके इस्तेमाल में पिछले कुछ सालों में अभूतपूर्व लोकप्रिय हुई है. यही कारण है कि इस खास शब्द को इस टाइटल से नवाजा गया है. कहा जाता …

‘प्रसादम्’ में गाय की चर्बी है या अडानी की चर्बी ?

देश में अचानक तिरुपति के मंदिर के लड्डू, जिसे ‘प्रसादम्’ कहा जाता है, में गाय की चर्बी और मछली का तेल मिले होने की बात प्रकाश में आई. भाजपाइयों और संघियों ने मुद्दा बनाने के लिए खूब तुरही बजाये, लेकिन अचानक से भाजपा-आरएसएस के तुरही बजने बंद हो गये. अचानक से ये तुरही बजने बंद क्यों हो गये ? कभी …

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