एक समय था कि वी पी सिंह बोफोर्स में दलाली चिल्लाते हुए राजीव सरकार से बाहर निकल आये थे. देश का सारा विपक्ष उनके पीछे आ खड़ा हुआ था. देश की बहुसंख्य जनता ने उनके बताए तथ्यों पर यकीन किया था. राजीव गांधी उस आरोप को झेल नहीं पाए और फिर कभी जीते जी प्रधानमंत्री की कुर्सी तक नहीं पहुंच पाए.
अब फिर एक समय है. पनामा और पैराडाइज़ पेपर्स लीक अन्तर्राष्ट्रीय पत्रकारों की एक तटस्थ संस्था ने किया था, जिसका भारत के पक्ष विपक्ष से कोई लेना देना नहीं था. उनके इस खुलासे से दुनिया की कई बड़ी सरकारें और सत्ताधीश और पूंजीपति हिल गए थे. भारत तो बस उन सबका एक छोटा भाग भर था.
भारत की सत्तानशीन सरकार के कई बड़े लोग इसमें सरदा मर्दी शामिल थे. भारत का सदी का महानायक इसमें बोफोर्स के समान फिर से शामिल है. मीडिया के बड़े लोग शामिल हैं और देखिए सरकार के कान पर जू तक नहीं रेंगी. मुख्यधारा मीडिया ने तो पूरा एपिसोड ही ब्लैक आउट कर दिया है. उधर पाकिस्तान में प्रधानमंत्री तक को न केवल पद छोड़ना पड़ा बल्कि जेल पहुंच गया. और दुनिया के सबसे बड़े संवैधानिक परजातन्तर की जनता का हाल देखिए कि भ्रष्ट आचरण वाले प्रधानमंत्री को नोटबंदी को जायज़ बताते हुए और काला धन पर भाषण पेलते सुनेंगे.
आखिर पंडित सुखराम को अपने दल में लेने वाला, मुकुल रॉय को अपने दल में लेने वाला, जय शाह, शौर्य डोभाल, जयंत शाह, आर के सिंह, सुभाष चंद्रा आदि के भ्रष्ट आचरण पर चुप्पी साधे प्रधानमंत्री ईमानदार कैसे हो सकता है ? और देखिए उस देश की जनता जो वी पी सिंह के बोफोर्स की दलाली का नाम लेते ही राजीव गांधी के विरुद्ध वी पी सिंह के साथ खड़ी हो गई थी, वो आज भी मोदी मोदी क्यों कर रही है !
और इसकी वजह है तो बस भारतीय बहुसंख्या का साम्प्रदायिक होना ! भारत की बहुसंख्या हिन्दू जनता की मुसलमानों के प्रति नफरत ! मोदी जी के द्वारा गुजरात में मुसलमानों का किये गये हत्याकांड से खुश हो दक्षिणपंथी हिंदुत्ववादी जनता ने मोदी जी को उनके पूंजीपति दोस्तों के लिए देश लूट लेने का उपहार प्रदान किया है.
आज इसी उपहार प्रदान का जन्म दिन मनाया जाएगा !
बेशर्म, छिछोरे, साम्प्रदायिक, हत्यारे आज लाखों करोड़ों के बेरोज़गार होने, तकरीबन 200 लोगों के एमटीएम और बैंक लाइन में मरने, गरीब और मध्यवर्ग केे उद्योग व्यवसायों की निर्मम हत्या करने का जश्न मनाएंगे.
ये 31परसेंटिये फ़र्ज़ी हिन्दू वास्तविक हिन्दू धर्म की मूल भावना का ही अपमान करते हुए सबसे अधिक नुकसान हिंदूइस्म को ही पहुंचाएंगे और 69 प्रतिशत सेक्युलर हिन्दू व अन्य मतावलंबी इस नंगनाच को मजबूर हो देखने को अभिशप्त होंगे.
हमने अपना नीरो और अपनी बदकिस्मती को अपनी मूर्खता से स्वयं चुना है ! भारत के नीरो के नेतृत्व में आज साम्प्रदायिकता जश्न मनाएगी ! भारत माता रोते मन से इस व्यभिचार और बलात्कार को चुपचाप देखेगी !
- फरीदी अल हसन तनवीर
Read Also –
देश को विपक्षविहीन करने के लिए आरएसएस-भाजपा का षड्यंत्र
माया से बाहर निकलो और धर्म के लिए वोट करो क्योंकि हिन्दुराज में हिंदुत्व ही खतरे में है … !
देश को सबसे ज्यादा कर्ज में डुबाने वाले पहले प्रधानमंत्री बने मोदी
दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति भूखमरी, गरीबी व बीमारी से पीड़ित देश के साथ सबसे बड़े भद्दे मजाक का प्रतीक है
[ प्रतिभा एक डायरी स्वतंत्र ब्लाॅग है. इसे नियमित पढ़ने के लिए सब्सक्राईब करें. प्रकाशित ब्लाॅग पर आपकी प्रतिक्रिया अपेक्षित है. प्रतिभा एक डायरी से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक और गूगल प्लस पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करे…]
[ लगातार आर्थिक संकट से जूझ रहे प्रतिभा एक डायरी को जन-सहयोग की आवश्यकता है. अपने शुभचिंतकों से अनुरोध है कि वे यथासंभव आर्थिक सहयोग हेतु कदम बढ़ायें. ]