Home कविताएं क्योंकि पूरा देश ही जेलखाना है !

क्योंकि पूरा देश ही जेलखाना है !

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काट दो उन सबों के नाम !
उन सबों को
भारत के नागरिकों की लिस्ट से
नाम काट दो
जो तुम्हारे खिलाफ हैं,
मेरा नाम सबसे ऊपर में लिखो
गिरफ्तार करो या छोड़ दो,
कोई फर्क नहीं पड़ता
क्योंकि पूरा देश ही जेलखाना है

तुमने सबुत मांगा है नागरिक होने का
बाहर से आये या यहीं का हूं
साबित करने के लिए
दस्तावेज मांगा है
एक ही उदर से जन्मा मेरा भाई गोरा है
और मैं काला हूं
जरूर आई होगी हमारी जीनें
हजारों वर्षों पहले अफ्रीका, यूरोप
या काकेशिया से
भेज दो जहां भेज सकते हो

नष्ट कर दो वह सब कुछ जो आया हैं
तुम्हारे देश की सीमा रेखा के बाहर से
अपना भी डीएनए जंचवा लो
किस नस्ल की पैदाइश हो
किस रिश्ते ने पैदा किया इतनी घृणा तुम में
मनुष्य के खिलाफ खड़े हो कर
देश बनाने का स्वांग रचने से पहले
देश के संस्थानों को बेचने से पहले
भूमि पुत्रों की हत्या से पहले
जांच लो हमारी मिट्टी की उर्वरा
और तिजोरी में बंद पूंजी में
विदेशी निवेश के डीएनए को
फिर लगा देना मुहर अपने बिल पर
और काट देना उन सबों के नाम
जो साहस रखते हैं
तुम्हें ललकारने का

  • नरेन्द्र कुमार

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ROHIT SHARMA

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