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अथ बलात्कारी वीर सावरकर पुत्र जन्म कथा

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अथ वीर सावरकर कथा

बलात्कारी वीर सावरकर विश्व इतिहास के पहले वीर योद्धा थे जिसका हथियार बलात्कार था. इस बलात्कारी योद्धा के बलात्कार करने की चमत्कारिक क्षमता से अंग्रेज चमत्कृत थे. कहते हैं कि वीर सावरकर एक दिन में अकेले हजारों स्त्रियों से बलात्कार कर डालते थे. वीर सावरकर न केवल स्त्रियों से ही बलात्कार करते थे अपितु पुरुषों के साथ भी बलात्कार करते थे.

कहा जाता है कि एक बार सावरकर को किसी बात पर अंग्रेजों पर गुस्सा आ गया, बस क्या था अंग्रेजों की शामत आ गई. वीर सावरकर ने मूतना जो शुरु किया, जिसकी तेज धार की बाढ़ में इंग्लैंड डुबने लगा. अंग्रेजों के भारी आरजु मिन्नत और 60 रुपये महीने के आजीवन भुगतान करने की शर्तों के बाद वीर सावरकर ने मूतना बंद किया, तब जाकर अंग्रेजों की जान बची.

विश्व पुरातात्विकविदों के खुदाई के बाद यह साबित हो गया कि भारत में एक भी पहाड़ या पठार का अस्तित्व नहीं  था. आज जो भी पहाड़ या पठार आज दीख रहे हैं, वह सावरकर के हगने का परिणाम है. पुरातात्विकविदों के अनुसार एक बार सावरकर इतना जोर से हगा कि एक विशाल टीला का निर्माण हो गया जो बाद में हिमालय का शक्ल ले लिया है.

वीर सावरकर की लाखों पत्नियां थी, जिससे उसके करोड़ों पुत्र हुए. बलात्कारी वीर सावरकर की सबसे प्रिय रानी नाथूराम गोडसे था. कहा जाता है कि बलात्कारी वीर सावरकर एक बार नाथूराम को देखकर इतना मोहित हो गया कि उसका वीर्यपात हो गया. नाथूराम ने उस वीर्य का पान कर लिया, उससे नाथूराम ने एक महाप्रतापी पुत्र को जन्म दिया, जिसको नरेन्द्र मोदी के नाम से आज सारा संसार जानता है.

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ROHIT SHARMA

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