Home ई-पुस्तकालय

सोवियत संघ ने अन्तर्राष्ट्रीय सर्वहारा को सम्पूर्ण सर्वहारा साहित्य के रूप में भारी थाती दिया था, जिसका अन्तर्राष्ट्रीय सर्वहारा सदैव ऋणी रहेगा. परन्तु आज यह दुर्भाग्य ही है कि अन्तर्राष्ट्रीय सर्वहारा साहित्य आज भारी संकट से गुजर रहा है. स्थिति यहां तक आ चुकी है कि कार्ल मार्क्स की महान रचना ‘पूंजी’ तक का जेराॅक्स प्रति भारी खर्च कर अन्तर्राष्ट्रीय सर्वहारा वर्ग को खरीदने पर मजबूर होना पड़ रहा है जो मार्क्सवाद की बुनियादी साहित्य की अनुपलब्धता की सबसे बड़ी चुनौती है.

उससे भी ज्यादा अहम् सवाल तब उठ खड़ा होता है जब कोई उक्त साहित्य को प्रकाशित करता है तब उस महान साहित्य में संशोधन की आशंका भी बराबर बनी रहती है. ऐसे में जरूरी है कि मार्क्सवाद के मूल साहित्य जिसे सोवियत संघ अथवा प्रमाणिक प्रकाशक ने प्रकाशित किया था, की उपलब्धता निरंतर बनाये रखी जाये.

यही कारण है कि हम यहां मार्क्सवादी साहित्य/उससे संबंधित साहित्य की स्कैन काॅपी जो सोवियत संघ अथवा प्रमाणित प्रकाशक के द्वारा प्रकाशित की गई थी और सर्वहारा के भरोसे पर खड़ी उतरी थी, को हम अपने पेज पर डाल रहे हैं, जिसे पाठक डाउनलोड कर अपने पास रख सकते हैं, या अपनी जरूरत के हिसाब से प्रिंट कर सकते हैं.

– प्रतिभा एक डायरी

 

क्रम संख्या पुस्तक का नाम लेखक का नाम प्रकाशित वर्ष डाउनलोड
1. सच्ची रामायण  पेरियार ई. व्ही. रामासामी नायकर  — सच्ची रामायण
2.  विश्व की रूपरेखा  राहुल सांस्कृत्यायन  1944 विश्व की रूपरेखा
3. रक्तरंजित दास्तान : एक दस्तावेज चन्द्र रोशन पंडित  2014 रक्तरंजित दास्तान : एक दस्तावेज
4. भारत के आसमान में लाल तारा यान मिर्डल  2013 भारत के आसमान में लाल तारा
5. पलामू की धरती पर अभिजीत रॉय  2004 पलामू की धरती पर
6. भारत में विकास योजनायें: पतित विकास और साम्राज्यवाद सुनीति कुमार घोष – -हिन्दी अनुवाद by एम. इकराम अजमेरी  2002 भारत में विकास योजनायें: पतित विकास और साम्राज्यवाद
7. आनन्दमठ बंकित चन्द्र चट्टोपाध्याय 1882 आनन्दमठ
8. आयरन हील जैक लंडन आयरन हील
9. सोवियत संघ की कम्युनिस्ट पार्टी (बोल्शेविक) का इतिहास
(संक्षिप्त कोर्स)
सोवियत संघ की कम्युनिस्ट पार्टी (बोल्शेविक) की केन्द्रीय समिति के कमीशन द्वारा सम्पादित
सोवियत संघ की कम्युनिस्ट पार्टी (बोल्शेविक) की केन्द्रीय समिति के कमीशन द्वारा अनुमोदित
1938 सोवियत संघ की कम्युनिस्ट पार्टी (बोल्शेविक) का इतिहास
(संक्षिप्त कोर्स)
10. माओ त्सेतुंग की संकलित रचनाएं, ग्रंथ-1 माओ त्सेतुंग, चीनी गणराज्य में मुद्रित प्रथम संस्करण, 1969
दूसरा संस्करण, 1971
माओ त्सेतुंग की संकलित रचनाएं, ग्रंथ-1
11. माओ त्सेतुंग की संकलित रचनाएं, ग्रंथ-2 माओ त्सेतुंग, चीनी गणराज्य में मुद्रित 1973 माओ त्सेतुंग की संकलित रचनाएं, ग्रंथ-2
12. माओ त्सेतुंग की संकलित रचनाएं, ग्रंथ-3 माओ त्सेतुंग, चीनी गणराज्य में मुद्रित 1975 माओ त्सेतुंग की संकलित रचनाएं, ग्रंथ-3
13. माओ त्सेतुंग की संकलित रचनाएं, ग्रंथ-4 माओ त्सेतुंग, चीनी गणराज्य में मुद्रित 1976 माओ त्सेतुंग की संकलित रचनाएं, ग्रंथ-4
14. माओ त्सेतुंग की संकलित रचनाएं, ग्रंथ-5 माओ त्सेतुंग, भारत में मुद्रित 2001 माओ त्सेतुंग की संकलित रचनाएं, ग्रंथ-5
15. सोन के तट पर कल्याण मुखर्जी 1980 सोन के तट पर
16. क्लारा जेटकिन संघर्षरत् महिला प्रकाशन क्लारा जेटकिन 
17. आधी दुनिया भूखी क्यों ? सूसन जार्ज 2005 आधी दुनिया भूखी क्यों ?
18. लेनिनवाद के मूल सिद्धांत स्टालिन लेनिनवाद के मूल सिद्धांत
19. चीनी नवजनवादी क्रांति का इतिहास, 1919-1956 हो कान च 1999 चीनी नवजनवादी क्रांति का इतिहास, 1919-1956
20. पाश्चात्य मध्ययुगीन राजनीतिक सिद्धांतों का इतिहास, खण्ड-1 ऐ. जे. कार्लाइल 1974 पाश्चात्य मध्ययुगीन राजनीतिक सिद्धांतों का इतिहास, खण्ड-1
21. पाश्चात्य मध्ययुगीन राजनीतिक सिद्धांतों का इतिहास, खण्ड-2 ऐ. जे. कार्लाइल 1974 पाश्चात्य मध्ययुगीन राजनीतिक सिद्धांतों का इतिहास, खण्ड-2
22. पाश्चात्य मध्ययुगीन राजनीतिक सिद्धांतों का इतिहास, खण्ड-3 ऐ. जे. कार्लाइल 1974 पाश्चात्य मध्ययुगीन राजनीतिक सिद्धांतों का इतिहास, खण्ड-3
23. पाश्चात्य मध्ययुगीन राजनीतिक सिद्धांतों का इतिहास, खण्ड-4 ऐ. जे. कार्लाइल 1974 पाश्चात्य मध्ययुगीन राजनीतिक सिद्धांतों का इतिहास, खण्ड-4
24. सरदार भगत सिंह (एक मात्र प्रमाणिक जीवनी) आर. सहगल,
बाबू पुरूषोतम दास टंडन की भूमिका, कर्मयोगी प्रेस लिमिटेड, इलाहाबाद
1947 सरदार भगत सिंह (एक मात्र प्रमाणिक जीवनी)
25. पूंजी, खण्ड-2
राजनीतिक अर्थशास्त्र की आलोचना
कार्ल मार्क्स एवं फ्रेडरिक एंगेल्स, प्रगति प्रकाशन, मास्को 1976 पूंजी, खण्ड-2
राजनीतिक अर्थशास्त्र की आलोचना
26. भाषा विज्ञान पर भाषण एफ. मैक्स मूलर के. एम., हिन्दी समिति, सूचना विभाग, उत्तर प्रदेश, लखनऊ  1964 भाषा विज्ञान पर भाषण
27. गुरू गोविन्द सिंह महीप सिंह, साहित्य अकादमी  1997 गुरू गोविन्द सिंह
28. शुद्रों का प्रचीन इतिहास रामशरण शर्मा
भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद
 1979 शुद्रों का प्रचीन इतिहास
29. आर्यों का आदि देश श्रीसम्पूर्णानन्द
भारती भण्डार, लीडर प्रेस, इलाहाबाद
 1997 आर्यों का आदि देश
30. फांसी के तख्ते से जूलियस फ्यूचिक, अनुवाद-अमृतराय
हंस प्रकाशन
 1985 फांसी के तख्ते से
31. भारतीय साहित्य और संस्कृति डाॅ. हरिदत्त शास्त्री
मुंशीराम मनोहरलाल, नई दिल्ली
1959 भारतीय साहित्य और संस्कृति
32. दर्शन-दिग्दर्शन राहुल सांस्कृत्यायन, किताब महल, इलाहाबाद 1978 दर्शन-दिग्दर्शन
33. भारत गांधी के बाद रामचन्द्र गुहा, पेंगुइन रेंडम हाउस इंडिया 2007 भारत गांधी के बाद
34. दस दिन जब दुनिया हिल उठी जाॅन रीड, प्रगति प्रकाशन, मास्को 1919 दस दिन जब दुनिया हिल उठी
35. पत्थर युग के दो बुत आचार्य चतुरसेन, राजपाल एण्ड सन्स 1969 पत्थर युग के दो बुत
36. परिवार, निजी सम्पत्ति और राज्य की उत्पत्ति फ्रेडरिक एंगेल्स, प्रगति प्रकाशन, मास्को परिवार, निजी सम्पत्ति और राज्य की उत्पत्ति
37. विज्ञान और दर्शन एम. एन. राय, वाग्देवी प्रकाशन, बीकानेर 1999 विज्ञान और दर्शन
38. लेनिन और अक्टूबर क्रांति के बारे में एल्बर्ट रीस विलियम्स, प्रगति प्रकाशन लेनिन और अक्टूबर क्रांति के बारे में
39. भारत में अंग्रेजी राज, भाग-2 सुन्दरलाल, चांद कार्यालय भारत में अंग्रेजी राज, भाग-2
40. फ्राक्चर्ड फ्रीडम ए जेल मेमोयर – गद्दारी का दस्तावेज केन्द्रीय कमिटी, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) मई, 2022 फ्राक्चर्ड फ्रीडम ए जेल मेमोयर – गद्दारी का दस्तावेज
41. सोवियत शासन का इतिहास (भाग-2) राहुल सांस्कृत्यायन, किताब घर, प्रयाग सोवियत शासन का इतिहास (भाग-2)
42. अलबेरूनी का भारत अलबेरूनी, आदर्श हिन्दी पुस्तकालय, इलाहाबाद 1960 अलबेरूनी का भारत
43. विश्व इतिहास की झलक जवाहर लाल नेहरू
सस्ता साहित्य मंडल प्रकाशन
1952 विश्व इतिहास की झलक
44. चीनी यात्री ह्वेनसांग की भारत यात्रा ह्वेनसांग, आदर्श हिन्दी पुस्तकालय 1972 चीनी यात्री ह्वेनसांग की भारत यात्रा
45. साम्राज्यवाद, पूंजीवाद की चरम अवस्था लेनिन व्ला. इ., विदेशी भाषा प्रकाशन गृह, मास्को साम्राज्यवाद, पूंजीवाद की चरम अवस्था
46. लेनिन के जीवन के चंद पन्ने ली. फोतियेवा लेनिन के जीवन के चंद पन्ने
47. तेलंगाना का जनसंघर्ष और उसके सबक पी. सुन्दरैया, सीपीएम प्रकाशन, कानपुर 1974 तेलंगाना का जनसंघर्ष और उसके सबक के जीवन के चंद पन्ने
48. युद्ध और शांति, भाग – 1 लेव टॉल्सटॉय, रादूगा प्रकाशन, मास्को 1987 युद्ध और शांति, भाग – 1
48. युद्ध और शांति, भाग – 2 लेव टॉल्सटॉय, रादूगा प्रकाशन, मास्को 1987 युद्ध और शांति, Samp – 2
48. युद्ध और शांति, भाग – 3 लेव टॉल्सटॉय, रादूगा प्रकाशन, मास्को 1987 युद्ध और शांति, भाग – 3
48. युद्ध और शांति, भाग – 4 लेव टॉल्सटॉय, रादूगा प्रकाशन, मास्को 1987 युद्ध और शांति, भाग – 4
49. फांसी के तख्ते से जूलियस फ्यूचिक, हंस प्रकाशन 1985 फांसी के तख्ते से
49. फांसी के तख्ते से जूलियस फ्यूचिक, हंस प्रकाशन 1985 विश्व इतिहास की झलक

 

3 Comments

  1. Krishana

    July 27, 2020 at 9:04 am

    Nice collection

    Reply

  2. किशोर कुमार कर्ण पटना

    October 22, 2020 at 2:47 pm

    ज्ञानवर्धक पुस्तकों का अकल्पनीय संग्रह है ।

    Reply

  3. Rajkamal Prakashan Pvt. Ltd.

    December 7, 2022 at 7:24 am

    To Pratibha Ek Dairy,

    This is in reference to the distribution/display of the downloadable PDF of Kashmir and Kashmiri Pandit(work) by Ashok Kumar Pandey(author) on your site Pratibha Ek Dairy .

    The distribution/display of the above mentioned book(or it’s abridged version) violates the section 51(b)(ii) of the copyright act 1957 and therefore amounts to infringement under of the copyright as the Rajkamal Publication Limited(publisher), during the legal term of unrestricted copyright, has the exclusive right of publishing, producing and distributing the work or any portion of it or any translation of the work or any portion of it in format.
    Therefore such unauthorized publishing and printing of the above mention book infringes on the copyright of the publisher and author to Print, Publish, Sell and distribute the work and has caused a heavy monetary loss and affected the authors reputation and royalty share, which under section 63 of the copyright act 1957 is a punishable an offence with a fine of not less than Rs 50,000/- (Fifty thousand only) and/or imprisonment of minimum 6 months which may extend up to 2 years.

    It is advised that Pratibha Ek Dairy ceases to distribution/display the copies of the work in question to avoid any infringement claims with respect to above mentioned work. We will proceeding with the legal action in the next two days if the PDF is not taken down.

    Regards,
    Arjun Kaura
    Asst. Manager Rights, Rajkamal Prakashan Pvt. Ltd.

    Reply

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *