Home गेस्ट ब्लॉग जिन्दा भगत सिंह

जिन्दा भगत सिंह

2 second read
0
0
178

कुछ लोगों की उम्र
भगत सिंह को याद करते हुए बीत गई

कुछ लोगों की उम्र
भगत सिंह पर बात करते हुए
और उन पर लिखते-पढ़ते हुए बीत गई

और कुछ लोगों ने भगत सिंह की राह पर
चलने के लिए घर छोड़ दिया
और फिर कभी वापस नहीं आए

ऐसे लोगों ने ही जिन्दा रखा है भगत सिंह को
अपने त्याग से, बलिदान से, शहादत से

बाकी लोग तो बस उन्हें
याद करने के लिए याद कर रहे हैं
ताकी दुनिया को पता चले की
वे भी भगत सिंह को जानते हैं

पर भगत सिंह को याद करने और
न करने का तब तक कोई मतलब नहीं है
जब तक की आप
जिन्दा भगत सिंह पर बात नहीं करते हैं
जो आज भी फांसी के फंदे को चूम रहा है
जल-जंगल-जमीन बचाने के लिए
काले अंग्रेजों से युद्ध कर रहा है
साम्राज्यवाद का कब्र रात-दिन खोद रहा है

  • विनोद शंकर/23 मार्च, 23

प्रतिभा एक डायरी स्वतंत्र ब्लाॅग है. इसे नियमित पढ़ने के लिए सब्सक्राईब करें. प्रकाशित ब्लाॅग पर आपकी प्रतिक्रिया अपेक्षित है. प्रतिभा एक डायरी से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक और गूगल प्लस पर ज्वॉइन करें, ट्विटर हैण्डल पर फॉलो करे… एवं ‘मोबाईल एप ‘डाऊनलोड करें ]

scan bar code to donate
scan bar code to donate
Pratibha Ek Diary G Pay
Pratibha Ek Diary G Pay
Load More Related Articles
Load More By ROHIT SHARMA
Load More In गेस्ट ब्लॉग

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also

कामरेडस जोसेफ (दर्शन पाल) एवं संजीत (अर्जुन प्रसाद सिंह) भाकपा (माओवादी) से बर्खास्त

भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) ने पंजाब और बिहार के अपने कामरेडसद्वय जोसेफ (दर्शन पाल…